सीएम योगी ने बाबा श्रीकाशी विश्वनाथ और कालभैरव में टेका माथा
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को एक दिवसीय दौरे पर वाराणसी पहुंचे। सीएम का हेलीकाप्टर पुलिस लाइन में उतरा और सीधे सर्किट हाउस पहुंचे। सीएम ने सर्किट हाउस सभागार में विधायक,महापौर और पार्षदों समेत जनप्रतिनिधियों के साथ समीक्षा बैठक की। एक माह के कार्यकाल के बारे में जानकारी ली और इसके बाद सीएम योगी काशी विश्वनाथ मंदिर पहुंचे और भोलेनाथ का अभिषेक किया। वहां से सीएम का काफिला काल भैरव मंदिर पहुंचा और सीएम ने दर्शन पूजन किया। सीएम को गेट पर देखते ही लोगों ने हर हर महादेव का जयघोष किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का काशी विश्वनाथ मंदिर में विधायक डा. नीलकंठ तिवारी ने शिव नामी पटुका पहनाकर स्वागत किया। उन्हें सावन में काशी विश्वनाथ मंदिर में बढ़ाई गई सुविधाओं के बारे में जानकारी दी। बताया कि लाखों भक्तों को प्रतिदिन दर्शन कराया जा रहा है। कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच समाजसेवी संगठन भी मददगार हैं।
सीएम ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम व अन्य बड़े धर्मस्थल के लिए भी टूरिस्ट गाइडों से संवाद स्थापित करना चाहिए। पूरा देश काशी आना चाहता है, काशी को इसके लिए तैयार रहना होगा। काशी को हर हाल में अग्रणी सिटी के लिए आगे लाना ही प्राथमिकता हे।
सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नगर निगम के भाजपा पार्षदों एवं महानगर तथा जिला पदाधिकारियों के साथ संवाद किया। महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय तथा महापौर अशोक तिवारी ने अंगवस्त्रम एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका अभिनंदन किया। नगर आयुक्त सीपू गिरी ने नगर निगम के कार्यों की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वाराणसी में पहली बार जनता ने पूर्ण बहुमत के साथ बोर्ड का गठन कराया है, इसलिए विकास कार्य में कोई बाधा ना आ सके।पार्षद महानगर में विकास की नींव का पत्थर होते हैं। पिछले दो महीनों में पार्षद जनता के बीच गए होंगे, हर वर्ग को सरकार की योजनाओं का लाभ देना ही प्राथमिकता है।
शहर में व्यापक सफाई और ब्रांडिंग पर मंथन
सर्किट हाउस में बैठक के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता और नगर निगम को ब्रांड बनाने पर मंथन किया। कहा कि नगर निगम वाराणसी की ब्रांडिंग होती है तो पहचान बनेगी। स्वच्छता सर्वेक्षण 2023 में काशी पिछड़ना नहीं चाहिए। काशी को पूरे प्रदेश व देश में स्वच्छता के मामले में सर्वोपरि रखना है। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों को कूड़ा प्रबंधन एवं डोर टू डोर कलेक्शन कार्य को प्राथमिकता के आधार पर करने को कहा।
पार्षदों व पदाधिकारियों का आह्वान किया कि प्रत्येक माह वार्ड में क्षेत्रीय नागरिकों के साथ गोष्ठी आयोजित करें तथा स्वच्छता जागरूकता रैली निकाले। साथ ही साथ महानगर स्तर एक बड़ी जागरूकता रैली निकाली जाए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक पर पूरी तरह बैन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वच्छता जागरूकता रैली के समय पार्कों एवं खाली पड़े प्लाटों में भी साफ सफाई की जानी चाहिए। पार्को में चारों ओर वृक्षारोपण हो, बैंकों एवं व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के साथ संपर्क स्थापित कर ट्री गार्ड की व्यवस्था हो। काशी से कलेक्टिव मार्गो को बीच डिवाइडर या सड़क के दोनों ओर अलग-अलग किस्म के फूलों के पौधों को भी लगाया जाना चाहिए तथा इसे सिटी फॉरेस्ट के रूप में विकसित करना चाहिए। क्योंकि यह पर्यावरण की शुद्धि के लिए आवश्यक है।
सुरक्षा और सुविधाओं में सामाजिक भागीदारी की कवायद सीएम योगी ने कहा कि मालवीय जी ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना की थी तो क्या सरकार का अनुदान था ? निजी क्षेत्रों की सहभागिता से ही आज राष्ट्र निर्माण में आगे बढ़ रहा है। इसकी प्रासंगिकता भी यही है। पुलिस को विकास प्राधिकरण, बैंकर, उद्यमियों व्यापारियों तथा शहर में संचालित इंस्टिट्यूटो के साथ मिलकर पूरे शहर में सीसीटीवी कैमरे लगाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। स्ट्रीट लाइटों के विद्युत आपूर्ति के लिए पावर कारपोरेशन के साथ बैठकर बातचीत करें, जिससे निर्बाध आपूर्ति होती रहे। उन्होंने कहा कि नगर निगम द्वारा पार्क बनाकर एनजीओ अथवा सामाजिक संस्थाओं को जिम्मेदारी दे देनी चाहिए।
बैठक में इनकी रही मौजूदगी
महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय, महापौर अशोक तिवारी, राज्यमंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु, जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्या, विधायक डॉक्टर नीलकंठ तिवारी और अवधेश सिंह, एमएलसी अशोक धवन, भाजपा उपनेता नरसिंह दास, उपसभापति सुरेश चौरसिया, गंगापुर चेयरमैन स्नेह लता सेठ, मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा, नगर आयुक्त सीपू गिरी, अशोक पटेल नवीन कपूर, सुरेश सिंह, संजय सोनकर, आत्मा विशेश्वर, आलोक श्रीवास्तव, साधना वेदांती, गीता शास्त्री, अभिषेक मिश्रा, इंजीनियर अशोक यादव, मधुकर चित्रांश, अशोक कुमार समेत नगर निगम एवं गंगापुर के पार्षद एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।