मऊ पोस्टमार्टम हाउस में कर्मचारी ने ली रिश्वत, कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से हटाया गया
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. मऊ जनपद के जिला अस्पताल स्थित पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी का मृतक के परिजनों से रुपए लेने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। स्वास्थ विभाग के अधिकारियों ने वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर उक्त कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है।
आपको बता दें यह पूरा मामला जिला चिकित्सालय के पोस्टमार्टम हाउस का है। जहां पिछले हफ्ते पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी रामविलास राजभर द्वारा एक मृतक के परिजनों से पैसे की मांग की गई। परिजनों द्वारा पैसे देते हुए उक्त पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी का वीडियो बना लिया गया और उसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया।
सोशल मीडिया पर पोस्ट होते ही यह वीडियो तेजी से वायरल होने लगा, जिसके बाद स्वास्थ विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन में अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी और उक्त कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से वहां से हटा दिया। आए दिन जिला अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस से ऐसी शिकायतें सुनने को मिलती है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई कठोर कार्रवाई नहीं की जाती है।
टीम गठित कर जांच के निर्देश
वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेश अग्रवाल ने टीम गठित कर जांच के आदेश दे दिए। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर टीम ने जांच शुरू कर दी। इसमें पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी रामविलास राजभर को दोषी करार कर उसे वहां से हिदायत देते हुए हटा दिया गया। लेकिन उक्त कर्मचारी के खिलाफ कोई कड़ी कार्यवाही विभाग द्वारा नहीं की गई। इस मामले में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी हरिदया नारायण मौर्य ने बताया कि वायरल वीडियो को संज्ञान में लेकर तत्काल प्रभाव से जांच करते हुए पोस्टमार्टम हाउस के कर्मचारी रामविलास राजभर को हटा दिया गया है।
प्राइवेट तरीके से कर रहा था काम
उक्त कर्मचारी को हिदायत दी गई है कि वह भविष्य में कभी जिला अस्पताल के आसपास दिखाई न पड़े। उन्होंने आगे बताया कि पोस्टमार्टम हाउस में पैसा लेते हुए रामविलास राजभर का वीडियो साफ देखा जा सकता है। रामविलास राजभर पोस्टमार्टम हाउस में प्राइवेट कर्मचारी के रूप में काम करता था। सरकारी ड्यूटी में लगे कर्मचारियों को इस घटना की जानकारी नहीं थी। जांच पड़ताल के बाद उक्त दोषी कर्मचारी को पोस्टमार्टम हाउस से हटा दिया गया है।