आबिद अंसारी बना आर्यन राजभर, शबनम से खूश्बू बन गई पत्नी, मथुरा वृंदावन के दर्शन ने बदला मन
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. आजमगढ़ जिले में मुस्लिम धर्म को छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने का मामला सामने आया है। जिले के जहानागंज थाना क्षेत्र के रहने वाला मुस्लिम परिवार इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म में वापसी की है। सैंकड़ो लोगों की मौजूदगी में परिवार के मुखिया आबिद अंसारी ने गंगाजल से आचमन कर जनेऊ धारण कर पूजा पाठ कराया जिसके बाद आबिद अंसारी से आर्यन राजभर बन गया। वहीं उसकी पत्नी शबनम से खुशबू बन गई। उनके दो पुत्र व दो पुत्रियों का भी हिंदू नाम रखा गया।
जहानागंज थाना क्षेत्र के सुंभी ग्राम निवासी इलियास अंसारी का सबसे छोटा पुत्र आबिद अंसारी एक स्थानीय स्कूल में वाहन चालक है। बचपन से ही अपने धर्म को लेकर संजीदा था। बीते कुछ माह से उसका व्यवहार बदल गया। नमाज और मस्जिद की जगह वह हिंदू देवी-देवताओं के प्रति आकर्षित होने लगा। इस अवसर पर विधि-विधान से पूजन अर्चन भी किया गया।
14 साल पहले आया था विचार
इस बारे में आर्यन राजभर का कहना है कि धर्म-परिवर्तन का विचार 14 साल पहले ही आ गया था। जिले के मेंहनगर थाना क्षेत्र के जिस सुरेश सिंह की गाड़ी चलाता था। वह गायत्री माता के उपासक थे। उन्हीं के साथ हरिद्वार, अयोध्या कई बार गए। इसके साथ ही पांच वर्ष तक जन्माष्टमी का त्योहार भी बनाया। सुरेश सिंह के साथ जब आगरा मथुरा, वृंदावन और बांके बिहारी के मंदिर गए राधा कृष्ण का दरबार देखा तो हिंदू धर्म में वापसी का मन बना लिया। मन बहुत पहले ही बदल चुका था। गांव के लोग अभी जल्दी ही इस बात को जाने हैं। वहीं इस बारे में पत्नी का कहना है कि धर्म परिवर्तन करके मुझे भी बहुत अच्छा लग रहा है। घर-परिवार के सभी लोग सहमत हैं।
एक दिन उसने अपने स्कूल प्रबंधक को इस्लाम धर्म त्याग कर सनातन धर्म ग्रहण करने की इच्छा जताई। स्कूल प्रबंधक उसकी बात सुनकर हैरान रह गए। उन्होंने समझाया लेकिन आबिद अंसारी के मन में कुछ और ही चल रहा था। तीन चार दिन पहले उसने अपनी पत्नी से बात इस्लाम छोड़ हिंदू धर्म अपनाने की घोषणा की।