भाजपा प्रत्याशी को जिताने के लिए विधायक जैकिशन साहू ने सपा प्रत्याशी को बनाया मोहरा - शम्मी सिंह
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में निकाय चुनाव के परिणाम आने के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो चुका है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता और समाजसेवी विवेक सिंह शम्मी ने सदर सपा विधायक पर गम्भीर आरोप लगाया है।
जिला पंचायत सभागार में प्रेसवार्ता कर उन्होंने सपा के सदर विधायक जैकिशन साहू पर भाजपा प्रत्याशी को निकाय चुनाव में जीत दिलाने के लिए साजिश रचने का आरोप लगाया। इस दौरान बड़ी संख्या में उनके समर्थकों ने सपा से इस्तीफा दे दिया। प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने कुछ फोटोग्राफ्स और सदर विधायक के वीडियो भी जारी किए।
शम्मी सिंह ने बताया कि लगभग साढ़े तीन सौ लोगों ने विधायक जैकिशन साहू के रवैये से आक्रोशित होकर सपा से इस्तीफा दे दिया है। इसमें से अधिकांश लोग आए हैं और बाकी लोगों ने फोन से पुष्टि की है। शम्मी सिंह ने विधायक जैकिशन साहू पर आरोप लगाते हुए कहा कि सदर सपा विधायक के चलते भाजपा का प्रत्याशी जीता है। उन्होंने विधायक से सवाल पूछा है कि शरीफ राईनी के सपा समर्थन देने के बावजूद भी भाजपा कैसे 3300 मतों से जीत गयी। जबकि पिछले चुनाव में शरीफ के बसपा के लड़ने और सांसद अफजाल अंसारी के जोरदार प्रचार करने के बावजूद भी केवल मामूली वोटों से भाजपा जीती थी।
बोले- सत्ता के दबाव में नहीं हुई कार्रवाई
उन्होंने कहा कि इस चुनाव में भाजपा की हार सुनिश्चित थी क्योंकि नगरपालिका अध्यक्ष पर भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप थे। तत्कालीन डीएम मंगला प्रसाद ने इसकी रिपोर्ट शासन को भेज दी थी, लेकिन सत्ता के दबाव में उनके ऊपर कार्रवाई नहीं हो रही थी। पूरे शहर के नागरिक बदलाव चाहते थे। उन्होंने कहा कि सपा विधायक जैकिशन साहू और भाजपा प्रत्याशी के पति विनोद अग्रवाल के बीच 2022 के विधानसभा चुनाव में एक डील हुई थी कि विधानसभा में हम शहर में आपकी मदद करेंगे जब नगरपालिका गाजीपुर के अध्यक्ष का चुनाव आएगा तो आप मेरी मदद करीयेगा।
2027 में निर्णय लेने की कही बात
इसी डील के तहत जैकिशन साहू ने टिकट वितरण के दौरान सपा प्रदेश अध्यक्ष के सामने प्रतिष्ठा बनाकर कहा था कि आप मेरे कहने से प्रत्याशी दीजिये मैं उसे तन-मन-धन से जिताकर लाऊंगा नहीं तो मैं आपके यहां चपरासी बन जाऊंगा। विधायक के दबाव पर सपा हाईकमान ने मेरा टिकट काट दिया, जिससे सपा विधायक और बीजेपी नेता दोनों की मंशा पूरी हो गई। सपा प्रत्याशी दिनेश यादव तो केवल विधायक जैकिशन साहू के मोहरा थे। असल में विधायक जैकिशन साहू भाजपा के प्रत्याशी को ही जिताना चाहते थे। शम्मी सिंह ने कहा कि जब तक विधायक जैकिशन साहू सपा में अपने पद पर बने रहेंगे तबतक हम लोग समाजसेवा करेंगे। 2027 में उचित निर्णय लेंगे।