ग़ाज़ीपुर जिले में अफजाल अंसारी की विरासत संभालेंगी बेटी नूरिया अंसारी
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के पूर्व सांसद अफजाल अंसारी की सबसे छोटी बेटी नूरिया अंसारी अपने पिता की राजनीतिक विरासत संभालने के लिए सियासी मैदान में उतर सकती हैं। सोमवार को लोकसभा सचिवालय ने 4 साल की सजा होने के बाद अफजाल अंसारी की सदस्यता रद्द कर करने का ऐलान कर दिया। इसके बाद गाजीपुर में उपचुनाव होना तय माना जा रहा है। ऐसे में अंसारी परिवार अफजाल की बेटी नूरिया को राजनीति में लॉन्च कर सकता है। कहा जा रहा है कि नूरिया पहले भी अपने पिता के राजनीतिक काम काज में मदद करती रही हैं।
मिल रही जानकारी के अनुसार नूरिया की शिक्षा, दिल्ली के जामिया मिल्लिया इस्लामिया से हुई है। उन्होंने मनोविज्ञान में एमए किया है। नूरिया ने सायकोलॉजिकल काउन्सलिंग में ट्रेनिंग लिया है। वह कुछ समय तक दिल्ली में चाइल्ड कॉउंसिलर के तौर में भी काम कर चुकी हैं। फिलहाल राजनितिक गलियारे में इस बात को भी लेकर तमाम अटकलें लगाई जा रही हैं कि नूरिया गाजीपुर उपचुनाव में किस पार्टी से चुनाव लड़ेंगी? जबकि अफजाल अंसारी 2019 के चुनावों के पहले एसपी-बीएसपी-लोकदल एलायंस से बीएसपी के सिंबल पर चुनाव लड़े थे।
ज्यादातर लोगों का मानना है कि गाजीपुर उपचुनाव में नूरिया समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ सकती हैं। इस बात की संभावना इससे भी प्रबल होती मानी जा रही है कि कुछ महीनों पहले शिवपाल यादव ने मीडिया से बातचीत में अफजाल अंसारी का एसपी में स्वागत करने में उत्सुकता दिखाई थी। बता दें कि साल 2024 के मई महीने में लोकसभा चुनाव होना है। इससे पहले कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में दर्ज गैंगेस्टर ऐक्ट के एक मुकदमे में अफजाल को सजा 29 अप्रैल को सुनाई गई है।
अफजाल को 4 साल की सजा और 1 लाख के अर्थदंड से दंडित किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप लोकसभा सचिवालय ने 1 मई को उनकी संसद सदस्या खत्म करने की सूचना को गजट कर सार्वजनिक कर दिया है।