ग़ाज़ीपुर में ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान पर लगाया रिश्वत मांगने का आरोप: बोले- आवास दिलाने के लिए मांगे 25 हजार
ग़ाज़ीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. यूपी सरकार की तरफ से प्रधानमंत्री/मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत सभी लोगों को छत उपलब्ध कराया जा रहा है। इसी के तहत ग्रामीण और शहरी योजना के पात्र लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है। लेकिन, इस लाभ को पाने के लिए भांवरकोल के आलापुर गांव के ग्रामीणों से ग्राम प्रधान द्वारा 20 से 25 हजार रुपए रिश्वत मांगा जा रहा है। ग्रामीणों ने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की है।
भांवरकोल के आलापुर गांव के लोग इन दिनों अपने प्रधान से नाराज हैं। नाराजगी की वहज है कि प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ उन्हें निर्बाध रूप से नहीं मिल पा रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि ग्राम प्रधान उनसे इस योजना के तहत लाभान्वित करने के लिए रिश्वत की मांग करते हैं। ऐसा नहीं किए जाने पर आवेदन करने वाले ग्रामीणों को अपात्र घोषित कर दिया जाता है।
ग्रामीणों का आरोप है कि उनसे 20 से 25 हजार की रिश्वत मांगी जाती है। रिश्वत नहीं देने पर उनको अपात्र घोषित करने की धमकियों से भी दो चार होना पड़ता है। ग्रामीणों की ओर से किए गए शिकायत का संज्ञान लेकर योजना निदेशक ने बीडीओ को मामले की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा था। जांच रिपोर्ट का क्या हुआ, ग्रामीणों की शिकायत पर कुछ एक्शन लिया गया या नहीं, यह सब मुद्दे ग्रामीणों की जिज्ञासा का विषय बने हुए हैं।
इस मामले पर परियोजना निदेशक राजेश यादव से मीडिया ने बात की तो उन्होंने बताया कि पैसे को लेकर कोई मामला नहीं है। शिकायत पत्र मिला है। खंड विकास अधिकारी भांवरकोल से आख्या मांगी गई है। आख्या अभी नहीं मिली है। संबंधित को आख्या को लेकर रिमाइंडर भेजी जाएगी। उन्होंने कहा कि खंड विकास अधिकारी की ओर से जांच नहीं की जाएगी तो इस बाबत किसी अन्य अधिकारी से इस मामले की जांच कराई जाएगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे एक्शन लिया जाएगा।