बर्निंग ट्रेन बनने से बची कामायनी एक्सप्रेस, बच्चों की बहादुरी से टला हादसा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. वाराणसी जिले में सेवापुरी स्टेशन के पास एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। इस हादसे को बचाने में पटरी के किनारे खेल रहे बच्चों की बहादुरी काम आई, जिन्होंने गंभीर दृश्य देख शोर मचाया, जिस कारण समय रहते ट्रेन को रोक लिया गया।
दरअसल, वाराणसी से मुंबई की ओर जा रही कामायनी एक्सप्रेस के एस-5 कोच के पहियों में आग लग गई थी। उनमें से धुआं और आग की लपटें उठने लगी थी। गाड़ी नेवादा, डिगहर गांव के सामने पहुंची थी। बच्चों ने पहिए में लगी आग को देख शोर मचाया तो कपसेठी स्टेशन के पूर्वी आउटर सिग्नल के पोल नंबर 797 के पास यात्रियों ने चेन खींचकर ट्रेन को रोक दिया।
ट्रेन के रुकते ही अफरा तफरी मच गई और यात्री सामान के साथ कूद कर भागना शुरू कर दिए। बताया जाता है कि अप कामायनी एक्सप्रेस 4:13 पर सेवापुरी स्टेशन से जब गुजर रही थी तो उसी समय ट्रेन के उक्त डिब्बे से आग की लपटें निकलने लगी।
लोको पायलट एके सिंह ने बताया कि वॉकी टॉकी के सहारे सेवापुरी के स्टेशन मास्टर राज बहादुर सिंह ने भी उक्त कोच में धुआं निकलने की सूचना दी थी। ट्रेन के रुकने के बाद मौके पर ट्रेन में चल रहे रनिंग स्टाफ के राम निहोर और निहाल नामक कर्मचारी फौरन अग्निशामक सिलेंडर के साथ उक्त बोगी के पास पहुंचकर आग बुझाने की कार्रवाई में जुट गए।
इस बीच कपसेठी स्टेशन मास्टर अब्दुल असद की सूचना पर कपसेठी स्टेशन का भी रनिंग स्टाफ पहुंचा और आग पर काबू पाया। तब जाकर ट्रेन 5:15 पर घटना स्थल से रवाना होकर कपसेठी स्टेशन पहुंची, जहां पर पुन: उसकी जांच की गई।
सब कुछ ठीक होने पर 5:26 पर ट्रेन गंतव्य को रवाना हुई, इस तरह से 1 घंटे 5 मिनट ट्रेन रुकी रही। ट्रेन के पायलट और कपसेठी के स्टेशन मास्टर ने बताया कि उक्त कोच का ब्रेक ब्लॉक जाम होने के चलते यह घटना घटित हुई।