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होली पर यूपी-बिहार जाने वाली ट्रेनें फुल, हवाई सफर हुआ दोगुना महंगा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. होली के मौके पर घर जाने वालों की भीड़ दिल्ली के रेलवे स्टेशनों पर जुटने लगी है। इनमें अधिकांश लोग उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड से हैं। हर बार की तरह इस बार भी होली पर नियमित ट्रेनों में कन्फर्म टिकट नहीं मिल पा रहा है। अधिकांश ट्रेन दो से तीन महीने पहले ही फुल हो चुकी हैं। वहीं, विमान की टिकट भी ऐसे समय में दो से तीन गुना तक महंगी हो गई हैं। ऐसे में लोगों के लिए घर का सफर मुश्किल भरा रहने वाला है।

ट्रेनों में बढ़ती वेटिंग लिस्ट को देखते हुए रेलवे ने 12 से अधिक विशेष रेलगाड़ी चलाने का ऐलान भी किया है। इनमें कुछ विशेष रेलगाड़ी शुरू भी हो चुकी हैं, लेकिन इन ट्रेन में भी अधिकांश की सीट भर चुकी हैं। दिल्ली से बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड की ओर जाने वाली अधिकांश ट्रेन में चार से सात मार्च तक कोई टिकट नहीं मिल रहा है। कुछ गाड़ियों में आठ मार्च को होली के दिन सीट खाली हैं, लेकिन इस दिन लोग ज्यादा सफर नहीं करते।

त्योहर पर घर जाने वाले लोग 7 मार्च तक निकल जाएंगे। ऐसे में लोगों के पास विमान का विकल्प भी है, लेकिन, 4 से 7 मार्च के बीच यूपी, बिहार, झारखंड आदि स्थानों के लिए विमान का टिकट लेना संभव नहीं है। ऐसे में लोगों के पास बस का ही विकल्प बचता है, लेकिन बस में लंबी दूरी का सफर करना काफी परेशानी भरा होता है। हालांकि, प्राइवेट बस संचालक स्लीपर बस भी चलाते हैं। इस दौरान वह इनका किराया दोगुना तक वसूलते हैं। ऐसे में होली पर घर जाने वालों को हर तरफ से जेब ढीली करनी ही होगी।

वहीं, रेलवे बोर्ड हर साल की तरह इस बार होली पर 350 से अधिक विशेष ट्रेनें चला रहा है। 173 और विशेष ट्रेन भीड़ को ध्यान में रखकर चलाई जाएंगी। ये ट्रेन दिल्ली, लखनऊ, गोरखपुर, कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, पटना, मुजफ्फरनगर, कोलकाता, राची, मुंबई, चंडीगढ़ आदि शहरों के बीच चलाई जाएंगी।

वहीं, बड़े पैमाने पर रेल संरक्षा कार्यों के चलते प्रतिदिन 407 नियमित यात्री ट्रेनें आशिंक-पूर्ण रूप से रद्द हो रही हैं। परिचालन में बाधा के चलते हर रोज दर्जनों ट्रेन 2 से 6 घंटे देरी से गंतव्य पहुंच रही हैं। इसमें लोकप्रिय मेल-एक्सप्रेस, सुपरफास्ट सहित मेल और राजधानी एक्सप्रेस भी शामिल हैं। ऐसी परिस्थितियों में होली पर परिवार सहित घर जाने वाले लाखों रेल यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है।

रेलवे अधिकारियों ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 मार्च में समाप्त हो जाएगा। इसलिए रेलवे ट्रैक के उन्नयन, इंटरलॉकिंग, विद्युत कार्य आदि को तय लक्ष्य में पूरा करने का काम जोरों पर चल रहा है। इसके कारण ट्रेनों का परिचालन भी प्रभावित हो रहा है।

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