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क्या सच में पलट जाएगी अतीक की गाड़ी? IPS प्रेम प्रकाश ने कही आंखें खोलने वाली बात

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. बाहुबली अतीक अहमद को गुजरात की साबरमती जेल से उत्तर प्रदेश लेकर आया जा रहा है। राजू पाल और उमेश पाल हत्याकांड के मुख्य साजिशकर्ता अतीक को कोर्ट में पेश किया जाना है। इस बीच कल शाम से पुलिस सुरक्षा के बीच गाड़ी चलने के साथ ही इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या अतीक की गाड़ी पलट सकती है? हर जुबान पर यही चर्चा है। कुछ ऐसा ही कयास उस समय भी लगाया गया था जब मुख्तार अंसारी को पंजाब से लाया जा रहा था। उस ऑपरेशन को लीड करने वाले IPS ऑफिसर प्रेम प्रकाश ने गाड़ी पलटने की आशंका पर सब कुछ साफ-साफ बताया है।

प्रयागराज जोन के एडीजी रहे प्रेम प्रकाश ने बताया, 'पुलिस कभी भी जानबूझकर ऐसा नहीं करती है कि गाड़ी को पलटानी है। या फिर आगे कुछ करना है। कानपुर के बिकरू कांड में दोषी विकास दुबे के एनकाउंटर के दौरान कोर्ट में भी यह बातें साबित हो चुकी है कि राइट ऑफ प्राइवेट डिफेंस में पुलिस ने गोली चलाई थी। उस केस में पुलिस को क्लिन चिट मिली।'

हाल ही में रिटायर हुए प्रेम प्रकाश ने कहा, 'मुख्तार अंसारी के केस में भी गाड़ी पलटाने जैसी बातें चल रही थीं। पंजाब से जब पुलिस सुरक्षा और वज्र वाहनों से रवानगी हुई तो मीडियाकर्मियों की गाड़ियां लगातार पीछे-पीछे लगी रहीं। जब पुलिस किसी भी अपराधी को कोर्ट में पेश करने के लिए लाती है। जब भी कोई जूडिशल कस्टडी में होता है तो सारी जिम्मेदारी जूडिशल, पुलिस, जेल अथॉरिटी की होती है। कोई भी पुलिस अधिकारी अपने ऊपर ऐसा बोझ नहीं लेगा कि कोई गैर-कानूनी काम कर दे। जबकि पूरे मीडिया और देश की निगाह लगातार बनी रहती है।'

सीनियर आईपीएस ने कहा, 'एसटीएफ के साथ ही करीब 40 पुलिसकर्मियों की टीम अतीक को लाने गई है। ये पुलिसकर्मी ट्रेनिंग पाए हुए रहते हैं। ये लोग खतरनाक अपराधी हैं और इनके साथ जुड़े लोग छुड़ाने के लिए हमला कर सकते हैं। खतरनाक हथियार और शार्प शूटर भी साथ रहते हैं। इतना ही नहीं, विरोधी गैंग भी ऐसे मौके पर अटैक करने की कोशिश कर सकता है। और सरकार को बदनाम करने के लिए भी साजिश रची जा सकती है।'

उन्होंने कहा, 'सरकार की मंशा हमेशा रहती है कि अपराधी को सुरक्षित लाया जाए। लेकिन इस बात की भी पूरी तैयारी रहती है कि गुर्गों की तरफ से छुड़ाने के लिए हमले के बीच पुलिस से आमने-सामने की स्थिति में फायरिंग और क्रॉस फायरिंग भी की जा सकती है। अतीक अहमद के मामले में भी ऐसा ही है।'

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