होली की आड़ में बज रहे हैं फूहड़ भोजपुरी गाने, असहज महसूस कर रही हैं महिलाएं
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. आगामी होली त्यौहार की आड़ में इन दिनों सैदपुर क्षेत्र के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों, यात्री वाहनों आदि में फूहड़ द्विअर्थी भोजपुरी गाने बड़े पैमाने पर बजाए जा रहे हैं। ऐसे में इन फूहड़ गानों के प्रयोग से सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं को मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है। जिससे महिलाएं खुद को असहज महसूस करने लगती। कुछ मनचलों के लिए यह फूहड़ गाने महिलाओं और युवतियों के छेड़खानी का हथियार बन गए हैं।
गौरतलब है कि प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी होली त्यौहार के पूर्व कई क्षेत्रीय गायक कलाकारों द्वारा त्यौहार की आड़ में कई बेहद फ़ूहड़ द्विअर्थी गानों को बाजार में उतारा गया है। जो सोशल मीडिया साइटों आदि पर तेजी से वायरल हो रहे हैं। स्थिति यह हो गई है कि कुछ लोग इन गानों को यात्री वाहनों में मोबाइल के माध्यम से या वाहन के साउंड सिस्टम आदि के माध्यम से बजा रहे हैं। इन गानों के फूहड़ द्विअर्थी बोल सार्वजनिक स्थानों अथवा यात्री वाहनों में मौजूद महिलाओं युवतियों के लिए मानसिक उत्पीड़न का कारण बन रहे हैं।
फूहड़ गानों के आगे खुद को असहज महसूस कर रही हैं महिलाएं और युवतियां
कुछ मनचले तो महिलाओं और युवतियों को देखकर इन फ़ूहड़ गानों को बजाने लग रहे हैं। जिससे महिलाएं खुद को असहज अमहसूस कर रही हैं। कई बार महिला के साथ चल रहे उसके परिजन और गाना बजाने वालों के बीच वाद विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हो जा रही है। लेकिन इससे ना तो फूहड़ द्विअर्थी भोजपुरी गाने वाले कलाकारों और ना ही इन्हें बजाने वालों पर कोई असर पड़ रहा है। ज्यादातर लोग होली की आड़ में ऐसे गानों को नजरअंदाज कर रहे हैं। लेकिन इससे सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं और युवतियों की असहजता बढ़ती जा रही है।
पुलिस क्षेत्राधिकारी ने कहा लोगों को होना होगा जागरूक और करनी होगी शिकायत
पुलिस क्षेत्राधिकारी पुष्पेंद्र पटेल ने बताया कि अगर फूहड़ गाने बजाए जा रहे हैं, तो लोगों को इस पर मनोरंजन विभाग, यात्री वाहनों में बज रहे हैं, तो एआरटीओ विभाग से शिकायत करनी चाहिए। साथ में सामाजिक कार्यकर्ताओं, संगठनों और मीडिया के माध्यम से भी लोगों को ऐसे गानो को सार्वजनिक स्थानों पर ना बजाने के प्रति जागरूक किया जाना चाहिए।