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गाजीपुर में शहर से लेकर गांव तक रुठी रही बिजली - Ghazipur News

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. बिजली कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार से शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र की अधिकांश आबादी प्रभावित हुई। शुक्रवार को दिनभर शहर के विभिन्न इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप होने से लोगों को पानी के लिए तरसने पड़ा। इसके साथ ही शाम होते ही अंधेरा छा गया। शहर का प्रकाशनगर, लाल दरवाजा उपकेंद्र दोपहर में पूरी तरह से ठप हो गया। जबकि रौजा उपकेंद्र आंशिक रूप से प्रभावित हुआ। इससे शहर की आधी आबादी बिजली की समस्या से जूझती रही। कुल 70 बिजली घरों में से 11 बिजली घर पूरी तरह से बिजली आपूर्ति बंद रही।

रौजा, आमघाट, खोवा मंडी, इंदिरा नगर, सहकारी कॉलोनी, झुन्नु लाल चौराहा, तिलक नगर, ददरीघाट, मिश्र बाजार जैसे प्रमुख इलाकों में सुबह से बिजली आपूर्ति ठप रही। यही हाल ग्रामीण क्षेत्रों में भी रहा। कुल 70 बिजली घरों में से 11 बिजली घर पूरी तरह से बिजली आपूर्ति बंद रही, जिससे 30 फीसदी ग्रामीण आबादी परेशान है।

वहीं, जिला प्रशासन कार्य बहिष्कार को देखते हुए जखनिया में दो, जमानिया में एक, सेवराई में दो, सैदपुर मेें एक, सदर में एक और मुहम्मदाबाद में एक समेत कुल आठ बिजली कर्मचारियों पर कार्य स्थल से अनुपस्थित होने पर ऐस्मा के तहत मुकदमा दर्ज कराया।

विद्युत विभाग के कर्मचारियों द्वारा प्रस्तावित हड़ताल के दृष्टिगत विद्युत उपकेंद्र एवं संयंत्रों पर सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के उद्देश्य से जनपद के जिलाधिकारी आर्यका अखौरी एवं पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने जनपद के विद्युत सब स्टेशनों का स्थलीय निरीक्षण कर जायजा लिया। उन्होंने सब स्टेशन प्रभारियों को अपने क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था सुचारू रखने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि यदि कहीं से फॉल्ट की शिकायत मिलती है, तो वहां तत्काल कर्मचारियों को भेजकर ठीक कराएं। इसमे किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।

दुबिहां संवाददाता के अनुसार, क्षेत्र के दर्जनों गावों में विद्युत आपूर्ति ठप है। लोग पानी के लिए परेशान रहे, वहीं डिस्चार्ज मोबाइल शोपीस बने रहे। असावर गांव में पानी की टंकी भी बंद पड़ी हुई है।

सुहवल संवाददाता के अनुसार, क्षेत्र के ताड़ीघाट व ढढनी विद्युत उपकेन्द्र से होने वाली विद्युत आपूर्ति पिछले करीब आठ घंटे बंद है। जिसके चलते करीब 80 गांवों में अंधेरा छाया हुआ है। इस आपूर्ति के बंद होने से करीब सवा एक लाख की आबादी प्रभावित है। सभी विद्युत सब स्टेशनों पर पुलिस तैनात है।

जबकि रेवतीपुर व नवली विद्युत उपकेन्द्र से विद्युत आपूर्ति निर्बाध तरीके से जारी है। देवकली संवाददाता के अनुसार, आस पास क्षेत्रों मे पहाड़पुर विद्युत केंद्र से विद्युत सप्लाई की जाती है। कार्य बहिष्कार की वजह से शुक्रवार को दिन में बिजली गायब रही। इसी क्रम मंे उपकेंद्र के जुडे़ दर्जनों गांव के लोग परेशान रहे।

भांवरकोल संवाददाता के अनुसार, पावर हाउस कुंडेसर के प्रांगण में बिजली विभाग के अधिकारी व कर्मचारियों ने कार्य बहिष्कार किया है। शासन ने उप जिला अधिकारी मुहम्मदाबाद द्वारा कार्य का संचालन कराया जा रहा है। कासिमाबाद संवाददाता के अनुसार, कासिमाबाद, बहादुरगंज, महरौड़ ,ढोंटारी उपकेंद्रों पर कार्य बहिष्कार का साफ दिखाई दे रहा है। आधे फीडर बंद हंै।

बृहस्पतिवार की रात विद्युत कर्मचारी संघर्ष समिति के नेतृत्व में जिले के सभी विद्युत कर्मचारी हड़ताल पर चले गए है। उप केंद्रों पर तहसील कर्मचारियों और संविदा कर्मचारियों को तैनात कर विद्युत बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। कासिमाबाद तहसील से संबंधित विद्युत उपकेंद्र पर उपजिलाधिकारी वीर बहादुर यादव के प्रयास के बाद भी सभी फीडरों को चलाने में दिक्कत आ रही है । कासिमाबाद उपकेंंद्र के छ: में तीन फीडर ही चल रहे हंै ।

मरदह संवाददाता के अनुसार, सुबह आठ बजे से शाम पांच बजे तक लगातार नौ घंटे बिजली आपूर्ति बाधित रही। इससे 190 गांवों में लोग हलकान रहे। वहीं वजह 33 हजार हाईटेंशन सप्लाई में फाॅल्ट बताया गया।

उपकेंद्र छोड़कर भागे कर्मचारी

बिजली कर्मियों के 72 घंटे के सांकेतिक हड़ताल के बाद क्षेत्र में बिजली आपूर्ति की व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। कई उपकेंद्रों से कर्मचारी भाग गए हैं, जहां राजस्व कर्मियों एवं पुलिस विभाग की ड्यूटी लगाई गई है। शुक्रवार की सुबह एसडीएम सेवराई राजेश प्रसाद द्वारा तहसील क्षेत्र के सभी उप केंद्रों का निरीक्षण किया गया। मां कामाख्या धाम, बारा, भदौरा सहित कई उप केंद्रों से शुक्रवार की रात से ही विद्युत आपूर्ति ध्वस्त है। बिजली करना आने से जहां लोगों के घरों का इनवर्टर डिस्चार्ज हो गया है तो वही इलेक्ट्रॉनिक उपकरण शोपीस बनकर रह गए हैं।

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