गाजीपुर में संपूर्ण समाधान दिवस का हुआ आयोजन, DM और SP ने सुनी क्षेत्रवासियों की समस्याएं
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. शनिवार को जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह की उपस्थिति में मुख्य समाधान दिवस का आयोजन सैदपुर तहसील के सभागार में हुआ। जिसमें क्षेत्र के 183 लोगों ने प्रार्थना पत्र देकर अपनी समस्या जिलाधिकारी के सम्मुख रखा। दोनों अधिकारियों के निर्देश पर इस दौरान 13 प्रार्थना पत्रों का निस्तारण मौके पर ही करा दिया गया।
गौरतलब है कि सैदपुर तहसील में मुख्य समाधान दिवस के आयोजित होने की पूर्व सूचना पर बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी सुबह से ही तहसील पहुंचकर, अपने-अपने प्रार्थना पत्रों को लिखवाने, टाइप करवाने और फोटोकॉपी करवाने आदि में व्यस्त दिखाई दिए। लगभग 11:30 बजे जिलाधिकारी आर्यका आखौरी और पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह समाधान दिवस में शामिल होने पहुंचे।
पुलिस और राजस्व कर्मियों की किया शिकायत
दोनों के पहुंचते ही सभागार के बाहर क्षेत्रवासियों की लंबी लाइन लग गई। समाधान दिवस में लोगों की ज्यादातर शिकायत जमीन से जुड़े मामलों को लेकर रही। जिसमें कई लोगों ने जमीन के मामले में लेखपाल और पुलिसकर्मियों की शिकायत भी जिलाधिकारी से किया। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने कई बार क्षेत्र के विभिन्न थानों के पुलिसकर्मियों और लेखपालों को सख्त हिदायत देते हुए निष्पक्ष तरीके से मामलों के निस्तारण का निर्देश दिया।
आपस में समन्वय बिठाकर काम करने के दिए निर्देश
इस दौरान जिलाधिकारी ने जमीन से जुड़े मामलों में राजस्व कर्मियों के साथ पुलिसकर्मियों को समन्वय बैठा कर काम करने को कहा। समाधान दिवस के दौरान ही सैदपुर के जेवल गांव के लेखपाल रंजीत कुमार के साथ जाति प्रमाण पत्र बनाने को लेकर हुई मारपीट का मामला भी अधिकारियों के सम्मुख पहुंचा। इस पर डीएम ने पीड़ित लेखपाल को बुलाकर पुलिस अधीक्षक के सामने पूरी बात कराई।
डीएम ने सख्त तेवरों में दिए दिशा-निर्देश
लेखपाल के साथ मारपीट करने वालों के खिलाफ पुलिस की हीलाहवाली पर जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसे लोगों के साथ सख्ती से निपटा जाए। यही स्थिति रहेगी, तो राजस्व कर्मी फील्ड में कैसे काम कर पाएंगे। इस पर पुलिस अधीक्षक ने संबंधित थानाध्यक्ष को बुलाकर बिना किसी हीला हवाली के मामले में सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया।