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ताड़ीघाट-मऊ नई रेल लाइन के ट्रैक लिंकिंग का कार्य पूरा, 25 फरवरी को होगा ट्रायल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के जमानियां क्षेत्र के सोनवल में आज आरबीएनएल (रेल विकास निगम लिमिटेड) के सीएमडी (अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक) प्रदीप गौर पहले चरण की 14 किमी लम्बी ताडीघाट मऊ नई रेल लाइन का मोटो ट्राली से निरीक्षण किया। सीएमडी के कड़े तेवरों के चलते सभी सहमें रहे।

इस दौरान उन्होंने कार्यदायी संस्था एवं रेलवे के अन्य को हिदायत दिया कि आगामी बीस मार्च तक हर हाल में परियोजना के सभी निर्माण कार्य पूरे कर इसे हैंड ओवर कर दिया जाए। क्योंकि 25 फरवरी को इस नई रेल लाइन पर डीजल इंजन का ट्रायल सुनिश्चित है। इसके बाद 26 मार्च को इस नई रेल लाइन का सीआरएस होगा।

लापरवाही किसी भी हालत में क्षमा नहीं होगी

निरीक्षण के उपरांत उन्होंने घाट स्थित आरबीएनएल ने गेस्ट हाउस स्थित कांफ्रेंस हाल में कार्यदायी संस्था एवं अन्य मातहतों, इंजीनियरों संग घंटों समीक्षा की। इस दौरान उन्हें प्रोजेक्टर के जरिए इस पहले चरण की परियोजना की विस्तृत तरीके से जानकारी दी। समीक्षा एवं निरीक्षण के दौरान उन्होंने अब तक निर्माण कार्य पूरा न होने पर नाराजगी जताते हुए निर्देशित किया कि इस परियोजना पर प्रधानमंत्री कार्यालय की भी नजर है। इसमें किसी तरह की लापरवाही क्षम्य नहीं है।

सीएमडी ने एक-एक बिंदु को बारीकी से परखा

मालूम हो कि सीएमडी प्रदीप गौर ने अपने निरीक्षण के दौरान ट्रैक लिंकिंग, इलेक्ट्रिफिकेशन, प्लेटफार्म, रिले रूम, पैनल रूम, यार्ड परिसर में बन रहा आवास, लोकेशन बाक्स, सिग्नल से सम्बन्धित सहित अन्य कार्यों के बारे में हर एक बिंदुओं पर जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान आरबीएनएल के सीपीएम विकास चंद्रा, इलेक्ट्रिक के जीएम पीयूष कुमार, पीईडी कमल नयन, पीडी जीवेश ठाकुर, एसपी सिंग्ला के पीएम अमनदीप गोयल, विपिन गर्ग, जीपीटी इंफ्रा प्रोजेक्ट के वाइस प्रेसिडेंट अश्वनी कुमार, रितेश कुमार आदि मौजूद रहे।

अंतिम चरण को जल्द-से-जल्द पूरा करें

इस संम्बध में आरबीएनएल के सीएमडी प्रदीप गौर ने बताया कि ट्रैक लिंकिंग का कार्य पूरा हो गया है। आगामी 25 फरवरी को डीजल इंजन का ट्रायल किया जायेगा। जबकि 26 मार्च को सीआरएस निश्चित है। बताया कि परियोजना का कार्य अपने अंतिम चरण में है, जो तेजी से जारी है। इस दौरान सीएमडी ने निर्देशित किया कि स्टेशन पर यात्री सुविधाओं को ट्रायल से पहले पूरा कर लिया जाए।

 
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