सपा के राष्ट्रीयसचिव बनाए गए जमानियां विधायक ओमप्रकाश सिंह
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. समाजवादी पार्टी की बीते दिनों राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सूची जारी होने के बाद कुछ दिग्गज नेताओं द्वारा नाराजगी जाहिर की गई थी। जिसके बाद आज पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की संशोधित सूची जारी की है। समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया हैंडल से जारी की गई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की नई सूची में गाजीपुर के वरिष्ठ सपा नेता और जमानिया विधायक ओमप्रकाश सिंह को राष्ट्रीय सचिव बनाया गया है।
यह सूचना मिलते ही जमानिया विधायक समर्थकों ने खुशी जाहिर की है। मालूम हो कि इससे पहले गाजीपुर के ही अरविंद सिंह और राजेश कुशवाहा को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सदस्य मनोनीत किया गया था।
लोकसभा चुनाव में सपा को किया जाएगा और अधिक मजबूत
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सचिव बनाए जाने के बाद जमानिया विधायक और पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह ने बातचीत करते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो हमें जिम्मेदारी सौंपी है, उसका पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करुंगा। उन्होंने कहा कि संगठन को और मजबूत करते हुए आगामी लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी का झंडा बुलंद किया जाएगा।
सात बार विधायक और एक बार सांसद
काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र संघ महामंत्री पद से प्रदेश राजनीति की शिखर पर पहुंचे ओमप्रकाश सिंह पहली बार सन 1989 में जनता दल से दिलदारनगर विधानसभा से विधायक का चुनाव लड़े और कांग्रेस के उम्मीदवार को हराकर पहली बार ही विधानसभा पहुंचे थे। इसके बाद वर्ष 1991 में जनता पार्टी के टिकट से पुनः मैदान में उतरे और फिर राम मंदिर लहर में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार को हराकर दूसरी बार जीत का परचम लहराया। इसके बाद समाजवादी पार्टी के टिकट से वर्ष 1993 से 2002 तक लगातार तीन बार जीतकर अपने कुशल और माहिर राजनीतिज्ञ होने का परिचय समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो मुलायम सिंह को दिए। पार्टी सुप्रीमो ने भी लगातार पांचवीं बार जितने का तोफा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाकर दिया था।
दो बार रहे कैबिनेट मंत्री
वर्ष 2007 में इन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2007 के चुनाव के बाद दिलदारनगर विधानसभा ख़त्म होकर जमानियां विधानसभा में मिल गया। यहां 2012 में हुए चुनाव में पुनः ओमप्रकाश सिंह जमानियां विधानसभा से बसपा को हराकर विधानसभा पहुंचे। लगातार छह बार विधायकी का चुनाव जीतकर जनपद में रिकार्ड बनाया। पुनः सपा की सरकार बनने पर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दूसरी बार अपने कैबिनेट में मंत्री बनाकर जीत का तोफा दिया। लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव में मोदी लहर उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2022 में जनता ने पुनः सातवीं बार चुनाव जीताकर विधायक बना दिया। ओमप्रकाश सिंह एक बार लोकसभा सदस्य निर्वाचित हुए हैं।