साल 2023 में होंगे 13 महीने, 2 महीने रहेगा सावन, जानें इस दुर्लभ संयोग का राज
गाजीपुर न्यूज़ टीम, नई दिल्ली. हिंदू पंचांग अनुसार हर तीन साल में एक समय ऐसा आता है जब साल 12 नहीं बल्कि 13 महीनों का होता है। 2020 के बाद अब 2023 में ऐसा होने जा रहा है। इस साल हिंदू वर्ष में 13 महीने होंगे। क्योंकि इस साल सावन के महीने में अधिक मास लगने जा रहा है। साथ ही 19 साल बाद ऐसा संयोग बन रहा है जब सावन एक नहीं बल्कि 2 महीने का होगा। जानिए इस खास संयोग के बारे में।
साल 2023 में दो महीने का होगा श्रावण
नया साल शिव भक्तों के लिए खास होने वाला है। क्योंकि इस बार अपने आराध्य भोलेबाबा को प्रसन्न करने के लिए भक्तों को काफी समय मिलेगा। साल 2023 में सावन एक महीने नहीं बल्कि पूरे दो महीने तक चलेगा। इसकी वजह है मलमास यानी अधिक मास। वर्ष 2023 में सावन का आरंभ 04 जुलाई से होगा और इसका अंत 31 अगस्त 2023 को होगा।
सिर्फ, सावन ही नहीं बल्कि अन्य त्योहारों पर भी मलमास का असर पड़ेगा। इस साल पड़ने वाले त्योहारों की तिथियों में साल 2022 की तुलना में 15 से 20 दिन का अंतर रहेगा। सावन के अलावा, इस बार चतुर्मास भी 4 नहीं 5 महीने का होगा।
मलमास या अधिक मास क्या होता है?
हिंदू कैलेंडर के अनुसार हर तीसरे साल में एक ऐसा साल होता है जिसमें एक महीना ज्यादा होता है। एक सौर वर्ष में कुल 12 संक्रांति होती है और जिस महीने में संक्रांति नहीं पड़ती है, उस महीने को मलमास या अधिकमास कहा जाता है। मलमास में किसी भी तरह शुभ कार्य नहीं किये जाते हैं। साल 2023 में 18 जुलाई से मलमास शुरू हो जाएगा और इसका समापन 16 अगस्त 2023 को होगा। मलमास सावन में पड़ रहा है जिस वजह से सावन इस बार 2 महीने का होगा।
मलमास में करें ये काम
इस महीने में दान-पुण्य करना शुभ माना जाता है।
इस अवधि में गरीब, जरूरतमंद लोगों की मदद जरूर करें।
भगवान विष्णु की आराधना करें।
भगवान शिव की अराधना करें।
इस महीने में शादी-विवाह, मुंडन संस्कार जैसे शुभ कार्य न करें।