गाजीपुर में मां को मारने वाले 14 साल के बेटे का कबूलनामा, गुस्से में कुछ समझ नहीं आया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में डांट से नाराज 14 साल के बेटे ने मां की हत्या कर दी। मां बेटे को पढ़ाई और खेलने के लिए डांटा करती थी। इस बात से नाराज होकर बेटा मां के मुंह को सिलबट्टे से तब तक कूचता रहा, जब तक वो मर नहीं गई।
20 से ज्यादा बार बेटे ने मां पर हमला किया। जिससे मां का चेहरा खून से लथपथ हो गया। मां की मौत के बाद बेटे ने अपने मामा को रोते हुए फोन किया और मां की हत्या हो जाने की झूठी कहानी सुनाई। उसके बाद सिलबट्टे को घर में ही छुपा दिया।
बच्चे को हिरासत में लेकर जुवेनाइल जेल भेजा गया है
हत्या की बात सुनते ही बच्चे के मामा मौके पर पहुंचे। उन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी। कोचिंग पढ़ने गई बच्चे की बड़ी बहन भी तब तक घर पहुंच गई। उसने पुलिस को दो लोगों के खिलाफ शक के आधार पर तहरीर दी। पुलिस ने जब मामले की जांच की तो खुलासे ने सभी को चौंका दिया।
14 साल के बेटे आदित्य ने अपनी मां सरिता सिंह (40) को 20 जनवरी की शाम को मारा था। पुलिस ने घटना के 1 दिन बाद यानी 21 जनवरी को मामले का खुलासा कर दिया था। पुलिस ने आरोपी बेटे को हिरासत में लेकर जुवेनाइल भेज दिया है। शव का पोस्टमॉर्टम कराके परिवार को सौंप दिया गया है। आरोपी बेटा पांचवीं क्लास का छात्र है।
मैं तो गुस्सा शांत कर रहा था, ये नहीं पता था मां मर जाएगी
आरोपी बेटे ने पुलिस को बताया, मैं, मेरी बहन और मां साथ में रहते थे। मेरे पापा दिल्ली गोरखा रेजीमेंट में सूबेदार पद पर तैनात हैं। अभी वो उज्जैन महाकाल में जेसीओ की ट्रेनिंग कर रहे थे। घर पर मां मुझे हमेशा पीटती रहती थी। वो दीदी को नहीं डांटती थी, लेकिन मुझे हर काम के लिए रोकती थी। मैं होमवर्क कर लेता था उसके बाद भी टीवी नहीं देखने देती, मोबाइल नहीं चलाने देती। बाहर खेलने जाओ तो दोस्तों के सामने पीट देती थी। मेरे दोस्त इस बात को लेकर मेरा बहुत मजाक बनाते थे। इस बात को लेकर अपनी मां पर बहुत गुस्सा आता था।
20 जनवरी को हम लोग घर पर ही थे। मैं स्कूल का काम कर रहा था। दीदी भी पढ़ाई कर रही थी। काम खत्म करके मैं बाहर खेलने जाने लगा तो मां रोकने लगी। मैंने टीवी ऑन कर ली तो मुझे पीटने लगी। बोली बहन पढ़ रही है और तू टीवी चला रहा है। कुछ देर रुकने के बाद मैं फिर से बाहर खेलने जाने लगा तो मां ने मुझे बहुत पीटा।
मुझे मां के ऊपर बहुत गुस्सा आ रहा था। कुछ देर बाद मुझे दीदी कोचिंग जाते हुए दिखाई दी। उसके बाद मैं घर पहुंचा तो मां सो रही थी। कुछ देर तो मैं बैठा रहा लेकिन मां को देखकर उनकी मार याद आ रही थी। जिसके बाद मैंने आंगन में रखा सिलबट्टा उठा लिया और मां को मारने लगा। मुझे तब ये नहीं पता था कि मां मर जाएगी। मैं तो बस गुस्सा शांत कर रहा था। मां का खून से लथपथ चेहरा देखकर मैं बहुत डर गया था। मैंने उसको कई आवाजें भी दी थीं लेकिन वो कुछ बोल नहीं रही थी। जिसके बाद मैंने मामा को मामले की जानकारी दी।
बेटे पर नहीं हो रहा था किसी को शक, सीसीटीवी ने खोला राज
घटना के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही थी। महिला के पति सुरेंद्र सिंह भी घटना के बाद मौके पर पहुंच गए थे। महिला की बेटी की तहरीर के आधार पर पुलिस ने उन दोनों आरोपियों को उठाया लेकिन उनसे भी कुछ खास जानकारी नहीं मिली। साथ ही घटना के समय उन दोनों के मौके पर मौजूद होने के कोई सबूत भी नहीं मिले। जिसके बाद पुलिस ने घर के पास लगे सीसीटीवी कैमरे को चेक किया। कैमरे में घटना के समय न ही कोई घर में जाता दिखा और न ही कोई आता दिखा। बस आदित्य ही घर के अंदर जाता हुआ दिखाई दे रहा था।
जिसके बाद पुलिस ने परिवार को बिना कुछ बताए आदित्य को हिरासत में ले लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की। पुलिस की पूछताछ में आदित्य ने सारा सच उगल दिया। उसने पुलिस को रो-रोकर पूरी घटना बताई। उसने पुलिस से यह भी कहा कि वो अपनी मां को मारना नहीं चाहता था पता नहीं ये कैसे हो गया।
इतनी कम उम्र में इतना बड़ा अपराध करना बड़ी बात है
एसपी ओमवीर सिंह ने कहा, ये घटना बहुत ही भयानक है। इतनी कम उम्र में इतना बड़ा अपराध करना बहुत बड़ी बात है। आज के अभिभावकों को ऐसी चीजों पर ध्यान देना चाहिए। ये घटना एक सीख है दूसरे लोगों के लिए। हम लोग अभी बच्चे को निगरानी में रखेंगे। उसको जेल भेज दिया गया है। परिवार के लोग इस घटना के बाद से बहुत परेशान हैं।