अधिशासी अधिकारी सहित कर्मचारियों का डीएम ने रोका वेतन - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. दिलदारनगर नगर पंचायत का शनिवार को डीएम आर्यका अखौरी ने औचक निरीक्षण किया। कार्यालय व गोआश्रय केंद्रों की दुर्वव्यवस्थाओं को देखते हीं डीएम ने मौजूद कर्मचारी महाजन यादव को फटकार लगायी। नगर में सड़कों की साफ सफाई सहित बजबजाती नालियां देखते हीं सफाई कराने को लेकर निर्देश दिया। वहीं कार्यालय में अधिशासी अधिकारी मनोज पाण्डेय सहित लिपिक व कर्मचारियों का वेतन रोकने के लिए निर्देश दिया।
नगर पंचायत दिलदारनगर में साफ सफाई सहित गोआश्रय स्थलों की दुर्वव्यस्थाओं को लेकर लगातार डीएम आर्यका अखौरी को शिकायत मिल रही थी। जांच भी करायी, लेकिन सहीं रिपोर्ट नहीं मिली। जिसके बाद खुद हीं नगर पंचायत के हाल को जानने के लिए समाधान दिवस के बाद अचानक पहुंच गयी। डीएम के पहुंचते ही कर्मचारियों में हड़कंप मच गया।
वह नगर पंचायत कार्यालय में पहुंची, जहां नगर पंचायत के अधिकारियों की कुसी खाली थी, इसके साथ हीं कर्मचारी भी गायब मिले। कार्यालय में गंदगी का अंबार लगा था। सभी सामान बेतरतीब ढंग से बिखरे पड़े थे। इसके बाद गोआश्रय स्थल का निरीक्षण किया। आश्रय स्थल पर पशुओं का गणना व स्टॉक रजिस्टर मांगी तो कर्मियों द्वारा बताया गया कि लिपिक अधिशासी अधिकारी मनोज पाण्डेय संग गाजीपुर गए है, सब रजिस्टर उनके पास है जो आलमारी में बंद है।
यह सुन जिलाधिकारी की त्योरी चढ़ गई कहां की यहां तो अराजकता का माहौल है। केवल कार्य के नाम पर खानापूर्ति हो रही है। इसके बाद कार्यालय के बाहर नगर पंचायत कार्यालय लिखने का निर्देश दिया। परिसर में बन रहे पंप हाउस के बारे में एसडीएम सेवराई से पूछा तो एसडीएम ने पंप हाउस कार्य का निर्माण रोक देने की बात बताई।
इसके बाद कार्यालय कर्मियों का हाजिरी रजिस्टर मांगी, जिसमें केवल सफाई कर्मियों का ही उपस्थिति व वेतन रजिस्टर मिला। सीडीओ श्रीप्रकाश गुप्ता ने उपस्थिति रजिस्टर में दर्ज सफाई कर्मियों के नाम को पुकारा तो मौके से दो सफाई कर्मी मिले। जिस पर जिलाधिकारी ने रजिस्टर को साथ ले चलने का निर्देश दिया। इस मौके पर बीडीओं राजेश श्रीवास्तव, थाना निरीक्षक अशेषनाथ सिंह, पशुधन प्रसार अधिकारी संतोष सिंह, आशा, ममता, जयप्रकाश, सरफराज, गंगापाल आदि कर्मी रहे।