दरोगा को बंधक बनाकर मारपीट, महिला ने छेड़छाड़ का लगाया आरोप
गाजीपुर न्यूज़ टीम, कानपुर. कानपुर में जांच करने पहुंचे दरोगा को आक्रोशित महिला ने दबोच लिया। मारपीट करने के साथ ही कमरे में बंद करके झूठे आरोप में फंसाने का प्रयास किया। गांव के लोगों ने दरोगा को बंधक देख पुलिस को थाने पर सूचना दी।
इसके बाद भारी फोर्स पहुंचा तब जाकर दरोगा मुक्त हो सका। महिला ने दरोगा पर छेड़खानी समेत अन्य आरोप लगाए हैं। मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस कमिश्नर ने दो आईपीएस अफसरों को पूरे मामले की जांच के लिए भेजा है।
वायरल वीडियो से सामने आई सच्चाई, खाकी पर आरोप निराधार निकले
पुलिस कमिश्नर बीपी जोगदंड ने बताया कि ककवन थानाक्षेत्र के हीरापुरवा निवासी एक युवती ने भाग कर प्रेम विवाह कर लिया था। मामले में परिवार के लोगों ने तीन लोगों के खिलाफ नामजद बहला-फुसला कर भगाने की एफआईआर दर्ज कराई थी। ककवन थाने की पुलिस ने तीनों आरोपित और युवती को दबिश देकर दबोच लिया। जांच के दौरान युवती ने अपने बयान में बताया कि मैं बालिग हूं और उसने अपनी इच्छा से शादी करने की बात कही।
युवती के बालिग होने के चलते आरोपियों को छोड़ दिया गया। इसके साथ ही परिवार वालों को पूरे मामले की जानकारी दी गई। इस बात को लेकर परिवार के लोगों में गुस्सा भरा हुआ था।
मामले में एफआर लगाने के लिए रविवार को विवेचक ककवन थाने के दरोगा गर्वित त्यागी और कांस्टेबल माथुर चौधरी पीड़ित परिवार से दस्तावेज लेने पहुंचे थे। आक्रोशित परिजनों ने पुलिस पर हमला कर दिया। मारपीट करने के साथ ही दरोगा को महिला ने कमरे में खींच लिया। इसके बाद झूठे आरोप में फंसाने का प्रयास किया।
चीख-पुकार सुन गांव के लोग दौड़े और पूरे मामले की थाने में जानकारी दी। मौके पर पुलिस पहुंची और कमरे में बंद दरोगा को बाहर निकाला। वायरल वीडियो सामने आया तो परिवार की सच्चाई सामने आई। दरोगा को झूठे आरोप में फंसाने के लिए महिला ने कमरे में बंद किया और फिर शोर मचाया।
कपड़ा फाड़ो, दबोच लो इसको
दरोगा को एक महिला के साथ आरोपियों ने कमरे में बंद कर दिया था। लेकिन वीडियो में आ रही आवाज से साफ हो गया कि दरोगा को फंसाने के लिए पूरी साजिश रची गई। मारपीट करने के बाद उसे झूठे आरोप में फंसाने के लिए महिला के साथ कमरे में बंद कर दिया। फिर छेड़खानी के झूठे आरोप में फंसाने का प्रयास किया। दरोगा ने खुद को बचाने के लिए महिला के दोनों हाथ पकड़ रखे थे।
इस बात को लेकर आक्रोश में था परिवार
पुलिस कमिश्नर ने बताया कि महिला और उसका परिवार इस बात को लेकर आक्रोशित थे कि आरोपियों पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि वह उनकी बेटी को भगा ले गया और शादी कर ली थी।
लेकिन कानून से इतर कार्रवाई की मांग कर रहे थे। जबकि कोर्ट में भी युवती ने परिवार के खिलाफ बयान दिया था। परिवार को लग रहा था कि घूस लेकर पुलिस आरोपियों की मदद कर रही थी। दरोगा के पहुंचते ही आक्रोशित परिवार टूट पड़ा और मारपीट के साथ ही बंधक बना लिया।
दो आईपीएस अफसर जांच में जुटे
मामले की जांच करने के लिए एडीसीपी साउथ अंकिता शर्मा और एडीसीपी वेस्ट लाखन यादव को भेजा गया है। महिला से जुड़ा मामला होने के चलते महिला आईपीएस अफसर को भी भेजा गया है। जांच पूरी होने के बाद मामले में जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।-बीपी जोगदंड, पुलिस कमिश्नर कानपुर