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गाजीपुर में 1 लाख रिश्वत लेकर एडीएम कोर्ट पहुंची बुजुर्ग, बोली- साहब 2 लाख मांगे थे

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर से एक बुजुर्ग महिला का वीडियो सामने आया है। जिसमें वो हाथों में 1 लाख रुपए और सोने के जेवर लेकर कलेक्ट्रेट दफ्तर में घूम रही है। उसका आरोप है कि एडीएम साहब के पेशकार ने आदेश के लिए 2 लाख रुपए रिश्वत मांगे थे। मैं लेकर आई हूं, लेकिन उन्होंने पहले ही दबंगों से 5 लाख रुपए लेकर उनके पक्ष में आदेश कर दिया।

कलेक्ट्रेट में महिला के हंगामे की बात सुनकर एसडीएम अपने दफ्तर से निकलकर बाहर आईं। जैसे ही एसडीएम महिला के पास पहुंची, बुजुर्ग पैर पकड़कर न्याय की भीख मांगने लगी।

अब आइये समझते हैं पूरा मामला...

गाजीपुर जिले के दिलदारनगर के वार्ड नम्बर-1 में रहने वाली सुधा देवी कि पुश्तैनी जमीन पर दबंगों ने कब्जा कर फर्जी रजिस्ट्री करवा ली है। विवाद का मामला अपर जिलाधिकारी भू राजस्व सुशील लाल श्रीवास्तव के कार्यालय में चल रहा है। महिला का कहना है कि वह काफी दिनों से कार्यालय के चक्कर लगा रही है।

पीड़िता का कहना है कि एडीएम साहब से अपने पक्ष में फैसला लिखवाने के लिए पेशकार ने दो लाख रुपए रिश्वत की मांग की थी। किसी तरह जुटाकर एक लाख नगद और एक सोने के जेवर लेकर उनको देने के लिए आज आई थी। मुझे कार्यालय के बाहर बैठा दिया गया। बाद में जानकारी हुई कि विपक्षी से 5 लाख रुपए लेकर फैसला बदल दिया गया है।

वहीं एडीएम ने बताया कि महिला के पूर्वजों ने 1946 में जमीन को खरीदा था। 1974 में किसी को बेच दी है। इनका उस पर कोई हक नहीं है और न ही नाम चढ़ा था।इस मामले में चकबंदी आयुक्त लखनऊ द्वारा जिला प्रशासन को कार्यवाही का पत्र भी भेजा गया है।

अब पढ़िए महिला की जुबानी….

हमारे आदेश में फाइल लगी थी.. 17 तारीख को आदेश करना था। हम रोज रोज आ रहे थे कि साहब हमारा आदेश कर दीजिए। कुछ लोग कहे कि साहब को पैसा दोगी तब करेंगे, ऑफिस के पेशकार कहे थे... तो हम ने कहा कि मैं किसी से मांग कर ले आऊंगी।

किसी तरह पैसा जुटा लिया। हम से दो लाख मांगे थे, जबकि मेरे खाने पीने का कोई ठिकाना नहीं है, कई लोगों से मांग कर पैसा जुटाया। आज मैं एक लाख रुपए और सोने के जेवर लेकर आई हूं। अभी लड़की का विवाह भी नहीं कर पाई हूं, मेरे 5 लड़के हैं और एक जवान लड़की है। मैं पागलों की तरह कोर्ट कचहरी में दौड़ रही हूंं।

आज साहब के पास गई हूं, साहब बोले चलो बाहर मैं आदेश करता हूं। मैं बाहर बैठी थी, लेकिन विपक्षियों से 5 लाख रुपया लेकर 5-6 दिन पहले ही ले लिए थे और छुट्टी पर घर चले गए थे... सब पैसा अपने बाल बच्चों में बांट आये। मैं डीएम साहब के यहां भी गई, उन्होंने कहा कि कोर्ट का मामला है। साहब आज विपक्षियों के पक्ष में फैसला कर दिए हैं। मैं पैसा लेकर उनके पैर पर रोती रही।

महिला हाथों में 1 लाख रुपए नगद और सोने की माला लेकर कलेक्ट्रेट परिसर में रोने बिलखने लगी। थोड़ी ही देर में वहां पर लोगों की भीड़ जमा हो गई। वह रो-रो कर न्याय की गुहार लगा रही थी। शोर सुनकर एसडीएम सदर प्रतिभा मिश्रा मौके पर जैसे ही पहुंची, पीड़िता उनके पैर पकड़कर न्याय की गुहार लगाई।

एसडीएम ने दिया जांच का आश्वासन

एसडीएम प्रतिभा मिश्रा ने बताया कि महिला से सभी कागजात लेकर मामले की जांच कराई जाएगी। एसडीएम प्रतिभा मिश्रा स्वयं महिला को कलेक्ट्रेट से सड़क तक पहुंचाने गई। फिलहाल इस पूरे मामले पर अपर जिलाधिकारी मीडिया से दूरी बनाए रखें।

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