Today Breaking News

गाजीपुर में भ्रष्टाचार चरम पर, मौन साधे हुए हैं भाजपा, सपा और बसपा नेता - अरुण सिंह

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. सर्वदलीय संघर्ष समिति की बैठक बुद्धवार को महुआबाग स्थित कान्‍हा हवेली में हुई। बैठक को सम्बोधित करते हुए संयोजक नेता अरुण सिंह ने कहा कि रचना और विकास से मैं शुरु से ही जुड़ा हुआ हूं। वर्तमान समय में जनपद में भ्रष्‍टाचार और अपराध का बोलबाला है। 

लेकिन इस विषय पर सत्‍ताधारी भाजपा और विपक्ष की सातों विधायक वाली समाजवादी पार्टी व बसपा मौन साधे हुए है। भाजपा के लोग गुटबाजी में बटकर चाटुकारता में लगे हैं। चुनाव में केवल मोदी-योगी के नाम पर वोट मांगेंगे और सातों विधानसभा में चुनाव हार जायेंगे। विपक्ष अपना कर्तव्‍य नही निभा रहा है। 

हनुमान प्रजापति के दो बेटे चार महीने से गायब हैं लेकिन सभी नेता चुप हैं। बेलहरा ग्राम प्रधान की बेटी के साथ दुर्घटना हुई और अभी तक न्‍याय नही मिला। पवन प्रजापति की पत्‍नी की हत्‍या दिनदहाड़े हुई, पुलिस ने हास्‍यास्‍पद खुलासा किया। उन्‍होने उपस्थित जनसमुदाय का आभार प्रकट करते हुए कहा कि मैंने हमेशा से ही अन्‍याय, भ्रष्‍टाचार और माफियाओं के खिलाफ लड़ाई लड़ी है। वर्तमान समय में भी मैं आपके सहयोग से लड़ाई लड़ूंगा। 

मेरे साथ शिक्षक संघ, अधिवक्‍ता संघ, व्‍यापारी संगठन और छात्र संगठन के जुझारु नेता मेरे साथ हैं। मुझे किसी भी राजनैतिक दल की जरुरत नही है। उन्‍होने कहा कि करंडा क्षेत्र हमारे दिल में है, दिल के जज्‍बात से किसी को खेलने नहीं दूंगा। करंडा क्षेत्र को लूटा जा रहा है और मैं चुप रहूं ऐसा हो नही सकता। चाहे मेरी हत्‍या हो या मुझे फर्जी केस में फंसाया जाये। 

करंडा के विकास को मैं रुकने नहीं दूंगा। 40 लाख का फर्जी पेंमेंट ब्‍लाक से हो गया है, जिसकी जांच चल रही है। उपस्थित जनसमुदाय को सम्‍बोधित करते हुए अरुण सिंह ने कहा कि जहां भी मेरी जरुरत पड़ेगी मैं हाजिर हो जाऊंगा नही तो राजनीति छोड़ दूंगा। जिले में भाजपा के विकास के लिए मैने अथक प्रयास किया है। 

गांव-गांव जाकर मैने भाजपा का झंडा बुलंद किया है। लेकिन हमारे साथ धोखा किया गया है। जिसके चलते मेरे स्‍वाभिमान व सम्‍मान को ठेस पहुंचा इसलिए हमने भाजपा छोड़ दिया है। कार्यक्रम की अध्‍यक्षता बटुक नाथ पांडेय व संचालन गौतम मिश्रा ने किया। इस अवसर पर आसिफ खान, एडवोकेट सुरेश सिंह, एडवोकेट अजय सिंह, चंद्रिका पहलवान, राजकुमार सिंह आदि हजारों लोग उपस्थित थे।

'