मंदिर में गुपचुप शादी कर रहा था युवक, पहली पत्नी को देखकर दुल्हन छोड़कर हुआ फरार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. आजमगढ़ शहर से सटे भंवरनाथ मंदिर में शनिवार की शाम उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दूसरी शादी रचाने पहुंचा युवक पहली पत्नी को देखते ही मंडप में दुल्हन को छोड़कर फरार हो गया। यह स्थिति देख बराती भी धीरे से निकल लिए। महराजगंज थाना क्षेत्र के ग्राम गोपालपुर का रहने वाला प्रमोद कनौजिया अपने पिता हीरा लाल कनौजिया, माता अनारी देवी आदि के साथ मंदिर में शादी के लिए पहुंचा था।
मौके पर अपने बूढ़नपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम शेरवा निवासी पिता संतलाल कनौजिया, माता शीला देवी के साथ पहुंची पहली पत्नी कविता देवी ने बताया कि प्रमोद के साथ 22 वर्ष पहले शादी हुई है। प्रमोद का यही काम है कि लड़कियों को अपने प्रेम जाल में फंसाकर शादी करके छोड़ देता है। यह पहली बार नहीं है, बल्कि इसके पहले भी कई लड़कियों से शादी करने का प्रयास किया, लेकिन समय से जानकारी हो जाने के कारण उसकी शादी नहीं होने दी।
भंवरनाथ मंदिर में वह अपनी पहली पत्नी से छिपाकर शादी कर रहा था। शादी के लिए मंडप पूरी तरह सज चुका था और बराती भोजन कर रहे थे। शादी होने ही वाली थी कि प्रमोद की पहली पत्नी कविता देवी को पता चला कि उनके पति प्रमोद कन्नौजिया की शादी किसी और से हो रही है, तो वह अपने घर वालों को लेकर शादी के मंडप में पहुंची, जिसे देखने के बाद दूल्हा बने प्रमोद कनौजिया सकते में आ गया और जिस युवती के साथ मंडप में शादी के लिए बैठा था उसे छोड़कर फरार हो गया। साथ में परिवार के लोग भी भाग निकले।
इसकी जानकारी जैसे ही भोजन कर रहे बरातियों तक पहुंंची, तो वह भी भाेजन छोड़कर धीरे से निकल लिए। कविता देवी का कहना है कि उसके सास, ससुर और पति दहेज के लिए हमेशा मारते-पीटते रहते थे, जबकि मायके वाले दहेज देने में असमर्थ हैं। सास, ससुर इसके चलते घर में रहने नहीं दे रहे थे इसलिए वह अपने मायके में रह रही है। इस मामले में फिलहाल कविता ने कोई विधिक कार्रवाई नहीं की है।