शक्तिवर्धक दवाओं का इस्तेमाल करने वाले नहीं शामिल हो पाएंगे सेना भर्ती
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती के दौरान शक्तिवर्धक दवाओं के इस्तेमाल पर भी नजर रहेगी। सेना भर्ती स्थल पर डाक्टरों की टीम रहेगी। जिस अभ्यर्थी पर संदेह होगा उसकी मेडिकल जांच की जाएगी। आवश्यकता होने पर उसके ब्लड सेंपल की भी जांच की जा सकती है। दोषी पाए जाने पर अभ्यर्थी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
16 नवंबर से शुरू हो रही सेना भर्ती की शारीरिक परीक्षा कैंटोनमेंट स्थित रणबांकुरे स्टेडियम में होगी। यहां उनसे दौड़, पुलअप्स व चेस्ट की नापी कराई जाएगी। 1600 मीटर दौड़ 5.40 मिनट में पूरी करने पर 60 अंक मिलते हैं। 5.41 से 6.20 मिनट में पूरी करने पर 48 अंक मिलते हैं। वहीं बीम पर दस या अधिक पुलअप्स पर 40 अंक, नौ पर 33 अंक व आठ पर 27 अंक मिलते हैं। पहले हुई भर्ती रैलियों में अभ्यर्थी के शक्तिवर्धक दवाओं के इस्तेमाल की शिकायतें सामने आई हैं। इसके इस्तेमाल से योग्य अभ्यर्थी चयन से वंचित रह जाते हैं। इस पर लगाम लगाने के लिए सेना भर्ती कार्यालय ने खास तैयारी की है।
भर्ती रैली के दौरान डाक्टरों की टीम रैली स्थल पर मौजूद रहेगी। आवश्यकता के अनुसार अभ्यर्थियों की जांच करेगी। किसी अभ्यर्थी पर संदेह होने पर उसकी विशेष जांच की जाएगी। शक्तिवर्धक दवाओं के इस्तेमाल का पता लगाने के लिए उसकी ब्लड सैंपल भी लिया जा सकता है। वहीं पुलिस भी अभ्यर्थियों पर नजर रखेगी। अभ्यर्थियों के सामान की जांच की जाएगी। किसी के पास आपत्तिजनक वस्तु या शक्तिवर्धक दवा मिलने पर उसे सेना भर्ती में शामिल होने का मौका नहीं दिया जाएगा। उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है।