गाजीपुर में फैलने लगा लंम्पी वायरस, चार पशुओं में मिला लक्षण
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के जमानियां नगर व ग्रामीण अंचलों में लंम्पी वायरस ने अपना पैर पसारना शुरू कर दिया है, जिसके चलते पशुपालक पूरी तरह से चिन्तित नजर आ रहे हैं। वहीं महकमा इसको लेकर अभी भी लापरवाह बना हुआ है।
शंकर, तेज बहादुर, राजकिशोर, अंतु, दिग्विजय, मुन्ना आदि पशुपालकों ने बताया कि जमानियां क्षेत्र के बरूइन गांव में अब तक चार पशुओं में इस लंम्पी वायरस के लक्षण देखे गए हैं। बताया कि इसकी शिकायत पशुपालकों के द्वारा पशु चिकत्सकों से की है, लेकिन अभी तक पशु चिकित्सालय से कोई मुक्कमल व्यवस्था नही की गई, जिससे कि पशुओं का इलाज सुचारु रूप से नहीं हो पा रहा है।
बीमारी पशुओं में तेजी से रही फैल
पशुपालकों ने बताया कि उन्हें आशंका है कि यह बीमारी पशुओं में तेजी से फैलकर महामारी का रूप धारण कर सकती है। लोगों ने बताया कि शासन के निर्देश के बावजूद पशुपालन विभाग इस वायरस से बचाव के लिए पशुओं में टीकाकरण को लेकर उदासीन बना हुआ है। लोगों ने मांग किया कि इस वायरस से बचाव के लिए इलाज व टीकाकरण बेहद जरूरी है। लोगों ने बताया कि महकमें के इस उदासीन रवैये के चलते पशुपालक निजी चिकित्सकों के जाने को विवश है। जहां उनका आर्थिक शोषण हो रहा है, शत-प्रतिशत टीकाकरण न होने से पशुपालक काफी चिन्तित है।
23 हजार पशुओं को लगाया जा चुका है टीका
बताया कि जमानियां में 1 लाख 60 हजार पशुओं को लंपी वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित है, जबकि अभी तक महकमें की तरफ से मात्र 23 हजार पशुओं को ही टीका लगाया जा सका है। जो कुल मिले लक्ष्य से काफी कम है, बताया कि जमानियां में कुल छह पशु अस्पताल हैं। बावजूद पशुपालक इलाज व टीकाकरण के लिए निजी चिकित्सकों के भरोसे है। पशु चिकित्साधिकारी डॉ सुशील श्रीवास्तव ने बताया कि वायरस जनित यह बिमारी मक्खी से फैलता है। इसमें पशुओं को फीवर होता है और शरीर पर बड़े-बड़े दाने निकल आते हैं, जो घाव बन जाते है। पैर में सूजन भी हो जाता है,समय पर इसका इलाज जरूरी है।