गाजीपुर मेडिकल कालेज में बंद मिला काम, ठेकेदार को नोटिस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने की मंशा से गाजीपुर में बनाए जा रहे मेडिकल कालेज संबद्ध तीन सौ बेड अस्पताल निर्माण में अधिकारियों और ठेकेदारों की मनमानी जारी है।
सरकार की योजनाओं में पलीता लगाते ठेकेदारों से बेखबर अधिकारी अपने नंबर बढ़ाने में मशगूल हैं। जिम्मेदारों का हाल भी ऐसा कि मेडिकल कालेज में काम बंद हो गया और उन्हें भनक तक नहीं लगी। इसका खुलासा गुरुवार को डीएम के निरीक्षण में हुआ जब काम ठप मिला। डीएम ने नाराजगी जताई और ठेकेदार को नोटिस जारी करते हुए वसूली का निर्देश दिया।
गुरुवार को जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज से संबद्ध जिला अस्पताल में निर्माणाधीन तीन सौ बेड के भवन का निरीक्षण किया। डीएम को निरीक्षण में कार्य बंद मिला, श्रमिक और ठेकेदार काम करते नहीं पाए गए। निरीक्षण करने के लिए पहुंची डीएम को कई खामियां भी मिली और उनके सवालों के जवाब भी आधे अधूरे ही रह गए।
भवन के कक्षों में निर्माण कार्य खामियों भरा मिला तो ठेकेदार को फटकार लगाई। इसकी भरपाई के लिए नोटिस जारी कर वसूली करने के लिए निर्देश दिया। निर्माणाधीन भवन में कार्य बंद मिलने पर इसके कारणों की कालेज प्रशासन से जानकारी ली। जिम्मेदारों ने बताया कि कार्यदायी संस्था को फरवरी वर्ष 2023 तक कार्य पूर्ण कराना है लेकिन कार्य की धीमी रफ्तार के कारण निर्धारित तिथि तक कार्य पूर्ण होने की उम्मीद कम ही है।
डीएम ने कार्यदायी संस्था के प्रोजेक्ट मैनेजर को अपने पर्यवेक्षण में मजदूरों की संख्या बढाकर कार्य कराने के लिए निर्देश दिया। इस दौरान मौके पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीप्रकाश गुप्ता, महर्षि विश्वामित्र स्वशासी राजकीय मेडिकल कालेज के डा. आनंद मिश्रा, सीएमओ डा. हरगोविंद सिंह सहित कार्यदायी संस्था के कर्मचारी व अधिकारी मौजूद रहे.