श्रीकाशी विश्वनाथ धाम को 1 करोड़ रुपये के 50 टन फूलों से सजाया गया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. इस बार बैकुंठ चतुर्दशी, कार्तिक पूर्णिमा, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर स्थापना और सोमवार के दिन का सबसे सुखद और पुण्य का योग होने की वजह से हर आस्थावान के मन में देव दीपावली के मौके पर शिव को धूप, दीप, नैवेद्य और पुष्प चढ़ाने की कामना है। पुण्य काल में शिव और श्री हरि को पूजने की मान्यता के साथ ही शाम होते ही लाखों दीपों से मां गंगा के तट सहित काशी का कोना कोना जगमग हो उठेगा। वहीं बाबा दरबार भी देश विदेश के 50 टन फूलों से महक उठेगा।
विशाखापत्तनम निवासी एक भक्त ने भाजपा नेता से मन की बात बताई थी। दान का धन से नहीं बड़े मन से गहरा रिश्ता है। बीच-बीच में ऐसे दानदाता प्रकाश में आते हैं जो नि:स्वार्थ भाव से मठ-मंदिरों या किसी अन्य लोककल्याणकारी कार्यों को पूरा करने के लिए बड़ी राशि दान कर देते हैं। कुछ यूं ही विशाखापत्तन निवासी एक भक्त ने कर दिखाया है। उन्होंने रविवार को काशी विश्वनाथ धाम को लगभग एक करोड़ रुपये लागत के 50 टन फूल से सजाने का काम शुरू कराया।
फूलों से महका बाबा का धाम
देव दीपावली के मौके पर काशी विश्वनाथ धाम फूलों से महक उठेगा। फूलों में थाईलैंड, बेंगलुरू, कोलकाता, ऊटी से आने वाले आर्किड, राजहंस, कुमुदिनी, हाइड्रेंजिया, कार्नेशन, गुलाब, जिप्सी, ब्लू डाई, कृशांति, रजनीगंधा, गोंफरेना, मदार व कमल आदि बड़ी मात्रा में लाए गए हैं। अगले एक सप्ताह तक इन फूलों की महक एवं सुंदरता का आनंद काशीवासी ले सकते हैं। इन फूलों से विश्वनाथ धाम, चौक एवं गंगा द्वार सजाने का कार्य तेजी से किया जा रहा है।
एक भक्त ने जताई थी इच्छा
महेश चंददूसरी और भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष महेश चंद श्रीवास्तव ने सर्किट हाउस में मीडिया से बताया कि विशाखापत्तनम निवासी भोले बाबा के एक भक्त ने बाबा के धाम को फूलों से सजाने की इच्छा जाहिर की थी। कहा कि पीएम नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सनातन संस्कृति के उद्भव का कार्य चल रहा है।