युवती की हत्या के आरोपित को पुलिस ने मुठभेड़ में किया गिरफ्तार, दाएं पैर में लगी गोली
गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. अहरौला थाना के गाैरी का पुरा गांव में युवती की नृशंस हत्या कर शव कुएं में फेंकने की गुत्थी को पुलिस ने पांच दिनों बाद सुलझा लिया है। घटना में शामिल आरोपित प्रिंस यादव निवासी कठही बसकी को पश्चिम पट्टी गांव में एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। साथ ही युवती के सिर का हिस्सा कप्तानगंज के जजऊपुर स्थित पोखरी से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है।
15 नवंबर को गौरी का पुरा गांव स्थित एक कुएं से युवती के सिर कटी व कई टुकड़ों में शव मिले थे। युवती के शरीर पर कोई वस्त्र नहीं थे। इसलिए हत्यारों तक पहुंचाना पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी। शुक्रवार को इसहाकपुर गांव निवासी केदार प्रजापति अपने पुत्र सुनील प्रजापति के साथ थाने पर पहुंचे और युवती के शव के फोटो ग्राफ आदि देख कर उसकी पहचान अपनी विवाहित पुत्री आराधना (22) के रूप में की थी। उसके हाथ का कंगन को उसके भाई ने पहचान लिया था।
बताया था कि नौ नवंबर को प्रिंस यादव अपनी बाइक पर बैठा कर उसे ले गया था। आरोपित युवक की बहन से दोस्ती थी। परिवार में दोनों का आना-जाना भी था। पुलिस मुख्य आरोपित प्रिंस समेत चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ में जुट गई।
पुलिस ने उसकी निशानदेही पर कप्तानगंज थाना के जजऊपुर गांव स्थित सरकारी पोखरी से मृतका के सिर उसके दुपट्टा लिपटा बरामद किया। रविवार को पुलिस ने हत्या में प्रयुक्त धारदार हथियार व लकड़ी को गोला बरामद करने के लिए पूर्वांचल एक्सप्रेस के सर्विस लेन के पास एक गन्ने की खेत में गई थी।
वहीं, पहले से आरोपित द्वारा छूपा कर रखे तमंचा उठाकर फायर करते हुए भागने लगा। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली उसके दाएं पैर में लगी। उसके तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अहरौला पर ले जाया गया, जहां से चिकित्सक ने जिला अस्पताल रेफर कर दिया। एसओ याेगेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि हत्या में प्रयुक्त हथियार को बरामद करने के लिए प्रिंस यादव को लेकर गई थी। जहां व पहले से छूपा रखे तमंचा पुलिस पर चार फायर करते हुंए भागने लगा। पुलिस की आत्मरक्षार्थ फायरिंग मेंं गोली उसकी पैर लग गई।