अब पशुपालकों के एक फोन पर घर पहुंचेगा मोबाइल अस्पताल, जानें कब होगी शुरुआत
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. यदि आपका मवेशी बीमार है और उसे पशु चिकित्सालय ले जाने में आप असमर्थ हैं तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। आपके एक फोन पर मोबाइल पशुचिकित्सालय आपके घर आएगा और आपके मवेशी का इलाज करेगा वह भी निश्शुल्क। आप यह जानकार हैरान तो नहीं हो गए, लेकिन यह सच है। नवंबर के अंतिम सप्ताह तक ऐसे मोबाइल पशु चिकित्सालय काम करने लगेंगे।
2016 में मवेशियों के लिए एंबुलेंस सेवा के बाद अब इस मोबाइल अस्पताल की शुरुआत से पशुपालकों को मवेशियों के इलाज के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। पशुपालक टोल फ्री नंबर 1962 पर फोन करके अपनी लोकेशन बता कर मोबाइल अस्पताल को अपने घर बुला सकते हैं। एक लाख मवेशियों पर एक मोबाइल पशुचिकित्सालय होगा। पशुचिकित्सालय में चिकित्सक के साथ ही अन्य स्टाफ होंगे जो मवेशियों का पशुपालकों के घर पर ही निश्शुल्क इलाज करेंगे।
सूबे में 5.20 करोड़ मवेशीः प्रदेश में 5.20 करोड़ मवेशी हैं। 520 मोबाइल चिकित्सालयों के माध्यम से सभी मवेशियों को इलाज की सुविधा दी जाएगी। वाहनों को खरीदने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगले महीने से इसकी शुरुआत हो सकती है। पशुपालन विभाग की ओर से सात साल बाद 2019 में हुई गणना में देसी गाेवंश में 31.71 लाख की कमी आई है। वहीं विदेश नस्ल की गाय के प्रति लोगों का रुझान बढ़ा है। वर्ष 2012 में सूबे में विदेशी नस्ल के गोवंश की संख्या 35.79 लाख थी जो 2019 में बढ़कर 61.23 लाख पहुंच गई है। सूबे में दोनों को मिलाकर गोवंश की संख्या 1.90 करोड़ है।
सरकार की पहल पर यह नई व्यवस्था शुरू हो रही है। सूबे में 5.20 करोड़ मवेशी हैं। एक लाख की संख्या पर एक मोबाइल चिकित्सालय होगा। ऐसे में 520 सचल वाहनों को खरीदने की प्रक्रिया चल रही है। इस महीने के अंत तक मोबाइल पशु चिकित्सालय शुरू होने की संभावना है। -डा.एके सिंह, निदेशक, पशुपालन विभाग
सूबे पर एक नजर
पशु चिकित्सालय- 2202
पशु औषधालय- 268
पशु सेवा केंद्र- 2575