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गाजीपुर में 15 लाख के लिए बेटे ने की मां-बहन की हत्या

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में एक दिल दहलाने वाली वारदात हुई है। यहां एक युवक ने अपनी मां और बहन की हत्या कर दी। युवक ने दोनों की हत्या के बाद खुद पुलिस को फोन किया। कहा कि वह एक शादी में गया था। जब वापस लौटा, तो दोनों के शव पड़े हुए थे। पुलिस ने मौके पर जांच की, तो उसे शक हुआ। बेटे से सवाल किए, तो वह उलझता चला गया। फिर सख्ती के बाद उसने दोनों की हत्या की बात कबूल कर ली।

वारदात मुहम्मदाबाद कोतवाली के कठौत गौसपुर गांव की है। शुरुआती जांच में पता चला है कि बेटे ने मकान के लिए हत्या की। बेटा, उसी घर को बेचना था जिसमें वह मां-बहन के साथ रहता था। वहीं, मां-बहन इस बात का विरोध कर रही थी।

पुलिस ने आरोपी बेटे गौरी राजभर को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, मां कौशल्या देवी (75) और बेटी मालती देवी (35) के शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिए हैं।

अब पूरी वारदात और पुलिस कैसे आरोपी बेटे तक पहुंची, इसे सिलसिलेवार तरीके से जानिए...

सुबह 8 बजे पुलिस को फोन किया-मेरी मां और बहन की हत्या हो गई

बेटे गौरी राजभर ने सुबह पुलिस कंट्रोल रूम में फोन किया। रोते हुए कहा- मेरी मां और बहन की हत्या हो गई है। दोनों के शव आंगन में पडे़ हुए हैं। डबल मर्डर की खबर सुनते ही पुलिस विभाग में हडकंप मच गया। सीनियर पुलिस अफसर मौके पर पहुंचे।

ये वही युवक है जिसने अपनी बहन और मां की हत्या की है।

पुलिस पहुंची तो गौरी रो रहा था। वह बार-बार चिल्ला रहा था। पुलिस ने गौरी से पूछताछ की। उसने बताया, "मैं रविवार दोपहर गांव से बाहर चला गया था। मेरी मां और बहन घर पर अकेली थी। मैं एक रिश्तेदार की शादी में गया था। रात में गांव वापस आने में देरी हुई तो मैं अपने एक दोस्त के घर पर रुक गया। सुबह जब घर आया तो देखा मेरी मां और बहन को किसी ने मार दिया है।"

घटनास्थल में पुलिस को क्या मिला?

पुलिस ने देखा घर के आंगन में मां-बेटी के शव पड़े हुए थे। हत्या से पहले दोनों के साथ मारपीट की गई। उनके शरीर पर चोट के निशान थे। दोनों के मुंह से खून निकल रहा था। हत्या में किसी हथियार का इस्तेमाल नहीं हुआ था। यानी, गला दबाकर हत्या की बात सामने आई। घर के बाकी, कमरे ठीक थे। वहां किसी भी तरह की लूटपाट के निशान नहीं मिले। दोनों शवों के जेवर भी सही सलामत थे। घर में जबरदस्ती घुसने के निशान भी नहीं मिले। पुलिस को इस बात को समझ गई कि हत्या किसी बाहरी ने नहीं। बल्कि, गांव या घर के किसी सदस्य ने की है।

पुलिस के सवालों में उलझा, फिर टूट गया आरोपी बेटा

एसपी ओमवीर सिंह ने कहा कि घटनास्थल को देखने के बाद यह बात कन्फर्म थी कि किसी परिचित ने वारदात को अंजाम दिया है। पहले गांव के कुछ युवकों पर शक गया। उनसे पूछताछ की गई। बाद में जब बेटे के बारे में पता किया तो उस पर शक गया। उससे कुछ सवाल किए। वह उलझने लगा। बाद में उसने हत्या की बात कबूल ली। बेटा ही आरोपी निकला।

मकान, मां के नाम था, बेचने के लिए नहीं थी तैयार

आरोपी बेटा गौरी प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता है। हत्या की बात कबूलने के बाद उसने पुलिस को बताया कि कुछ महीने पहले उसने गांव के एक युवक की जमीन बेच दी थी। युवक के बाहर होने के कारण उसने थोड़ा पैसा प्रधान को दे दिया था। वहीं थोड़ा पैसा खुद रख लिया था। कुछ दिनों बाद युवक उससे पैसे मांगने लगा। पैसे न होने की बात कही तो वो धमकाने लगा। इस पर गौरी ने उस युवक से कहा था कि वह अपना घर बेचकर उसका पैसा चुका देगा। इस बात को लेकर गांव में पंचायत भी हुई लेकिन कोई हल नहीं निकला।

आरोपी ने जब ये बात अपनी मां से कही तो उसने घर बेचने से मना कर दिया। घर के कागज मां के नाम होने पर वो घर नहीं बेच पा रहा था। इसी के चलते उसने मां की हत्या का प्लान बनाया। हालांकि, वह बहन को नहीं मारना चाहता था। लेकिन घर में होने के कारण उसे बहन की भी हत्या करनी पड़ी।

मां की देखभाल के लिए आई थी बहन, मकान बेचने का कर रही थी विरोध

आरोपी युवक की बहन मालती ससुराल में रहती थी। वह मां कौशल्या देवी (75) की तबीयत खराब होने पर उनकी देखरेख के लिए 15 दिन पहले ही आई थी। वह भी मकान बेचे जाने का विरोध कर रही थी। उसका कहना था कि अगर मकान बेच दिया तो फिर रहोगे कहां?

ग्रामीणों ने बताया कि जिस मकान को बेचने के चक्कर में आरोपी ने अपनी मां-बहन की हत्या की है। उसकी कीमत करीब 15 लाख रुपए है।

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