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8 दिन तक लड़ने के बाद मौत से हार गए मन्नू अंसारी के अंगरक्षक राकेश, गाजीपुर में दी जाएगी सलामी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुहम्मदाबाद से सपा विधायक सुहेब अंसारी मन्नू के अंगरक्षक राकेश कुमार चौधरी आठ दिन तक जिंदगी व मौत से लड़ने के बाद अंतत: हार गए। शैडो की मौत से पुलिस विभाग में शोक व्याप्त है। गुरुवार को सुबह पुलिस लाइन में पार्थिव शरीर को सलामी दी जाएगी।

प्रयागराज के नाहरपुर हड़िया निवासी राकेश कुमार चौधरी वर्ष 2018 में पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे। कुछ दिनों तक वह जमानियां कोतवाली में तैनात रहे। इसके बाद पिछले करीब पांच माह से वह सपा विधायक सुहेब अंसारी की सुरक्षा में लगाए गए थे। 25 अक्टूबर की रात वह दिल्ली से आ रहे विधायक को लेने के लिए श्रमजीवी एक्सप्रेस से लखनऊ जा रहे थे।

सुल्तानपुर रेलवे पर ट्रेन रुकने से पहले इंजन के पीछे लगी दिव्यांग बोगी में सवार राकेश पर हमला कर बदमाशों ने उनकी कार्बाइन लूट ली थी। हमले में वह कोमा में चले गए। उन्हें केजीएमसी लखनऊ में भर्ती कराया गया था, जहां बुधवार को अंतिम सांस ली। इसकी जानकारी मिलते ही पुलिस विभाग में शोक छा गया। पार्थिव शरीर को पुलिस लाइन में सलामी देने के बाद प्रयागराज ले जाया जाएगा, जहां अंतिम संस्कार होगा।

अंगरक्षक से क्लू न मिलने से केस खोलना चुनौती

घटना के बाद से गंभीर चोट के कारण कोमा में चले गए अंगरक्षक से पुलिस को वारदात के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल सकी। पुलिस को उनके होश में आने का इंतजार था, ताकि बदमाशों के बारे में कोई क्लू मिल सके। अब इस घटना के पर्दाफाश के लिए पुलिस को अंधेरे में तीर चलानी है।

घटना के राजफाश के लिए सुल्तानपुर जीआरपी, सिविल के अलावा गाजीपुर की पुलिस टीमें लगी है। लेकिन अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला। पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे ने बताया कि घटना के राजफाश के लिए कई टीमें मिलकर काम कर रही है। बदमाशों का पता लगा लिया जाएगा।

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