इंडियन बैंक के कर्मचारियों ने ही पार कर दिया 2.39 करोड़ रुपए, दो पर केस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बांदा. बांदा में इंडियन बैंक की नरैनी शाखा के लॉकर से 2.39 करोड़ रुपये पार हो गए। खुलासा कैशियर की मौत के बाद लेजर मिलान से हुआ। जांच के बाद शाखा के सहायक प्रबंधक (एबीएम) और मृतक कैशियर के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
बैंक शाखा प्रबंधक सुधीर कुमार पांडेय के मुताबिक उन्होंने छह अगस्त को शाखा में ज्वाइन किया था, इससे पहले चार अगस्त को कैशियर अभिषेक चौधरी की घर में फांसी लगाने से मौत हो गई थी। बैंक शाखा के डबल लॉक वाले लॉकर की चाबी कैशियर के पास ही थी। पुलिस के सहयोग से चाबी उनके घर से प्राप्त की गई थी।
एलडीएम विनय कुमार पांडेय, तत्कालीन शाखा प्रबंधक तुषार कुमार यादव, सहायक शाखा प्रबंधक छत्रपाल कुशवाहा, सहायक शाखा प्रबंधक अमल राज सिंह, दफ्तरी चंद्रशेखर की मौजूदगी में लॉकर खोला गया। बैंक शाखा के कैश रजिस्टर और सीबीएस सिस्टम से मिलान किया गया तो लॉकर में 2.39 करोड़ रुपये कम मिले।
घटना की प्रारंभिक जांच अंचल शाखा हमीरपुर के वरिष्ठ प्रबंधक रंजीत कुमार ने की। 26 अगस्त को उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट दी। जिसमें सामने आया कि लॉकर की एक चाबी कैशियर अभिषेक चौधरी और दूसरी चाबी शाखा के सहायक प्रबंधक छत्रपाल कुशवाहा के पास थी। चाबी पास रखने वाले दोनों कर्मचारियों ने धोखाधड़ी कर बैंक के लॉकर से 2.39 करोड़ रुपये पार कर दिए। बाद में इन रुपयों को कुछ खातों में जमाकर मोबाइल बैंकिंग के जरिए निकाल लिया गया।
एसपी बांदा लक्ष्मी निवास मिश्र के अनुसार बैंक शाखा प्रबंधक की ओर से 2.39 करोड़ रुपये के धोखाधड़ी की रिपोर्ट नरैनी थाने में दर्ज कराई गई है। मामले की जांच कराई जा रही है। जिन-जिन खातों में रुपये गये हैं, उन खाताधारकों के बयान लिए जाएंगे।