Today Breaking News

डिंपल यादव को सताया अजब डर, सपा नेताओं को दी अपने घरों में न सोने की सलाह

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में सपा प्रत्याशी डिंपल यादव ने पार्टी नेताओं को मतदान से पहले अपने घरों में नहीं सोने की हिदायत देते हुए रविवार को दावा किया कि भाजपा सरकार जिला प्रशासन की मदद से सपा के स्थानीय नेताओं को प्रताड़ित करेगी। डिंपल ने भोगांव विधानसभा क्षेत्र के अलावा गांव में आयोजित एक जनसभा में कहा, ''मैं सपा के अपने युवा साथियों और नेताओं से कहना चाहती हूं कि मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के मतदान से एक दिन पहले अगले चार दिसंबर से प्रशासन उन पर ज्यादती करेगा, इसलिए चार और पांच दिसंबर को अपने घरों में ना सोएं।

आप चुपचाप जाकर वोट डालें और छह दिसंबर को प्रशासन यहां से गायब हो जाएगा।' मैनपुरी लोकसभा सीट सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण रिक्त हुई है। इस सीट पर उपचुनाव के तहत आगामी पांच दिसंबर को मतदान होगा। नतीजे की घोषणा आठ दिसंबर को की जाएगी।

गौरतलब है कि समाजवादी पार्टी के एक प्रतिनिधिमंडल ने रविवार को ही प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी से मुलाकात करके इटावा के जिलाधिकारी अविनाश कुमार राय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश सिंह पर सरकार के इशारे पर चुनाव प्रभावित करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए इन दोनों को चुनाव कार्यों से फौरन हटाने की मांग की। इटावा का जसवंत नगर विधानसभा क्षेत्र मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में आता है।

डिंपल ने चुनावी रैली से इतर पीटीआई-भाषा से बातचीत में कहा कि यह सच्चाई है कि मैनपुरी नेताजी (मुलायम सिंह यादव) का क्षेत्र है। कोई भी इस वास्तविकता को छुपा नहीं सकता। हम इसी सच को लेकर जनता के बीच जा रहे हैं। 

उन्होंने कहा कि मैनपुरी की जनता जानती है कि नेताजी ने यहां विकास की परियोजनाएं लाकर जनता को तरक्की के रास्ते पर डाला। उन्होंने कहा कि उम्मीद है कि जनता इस उपचुनाव में उनका सम्मान रखेगी।

समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्यों में शामिल प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव अपने भतीजे एवं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से तल्खी भुलाकर मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव के लिए अखिलेश की पत्नी डिंपल के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे हैं। 

इस सवाल पर कि क्या सपा परिवार चुनाव की वजह से एकजुट हुआ है और भविष्य में उसकी राहें फिर अलग हो सकती हैं, डिंपल ने कहा कि हमें परिवार के बारे में कोई कयास नहीं लगाना चाहिए। हमें जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर जमीन पर काम करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यह पहला चुनाव है जब 'नेताजी' हमारे बीच नहीं हैं। 'नेताजी' का मैनपुरी की जनता से एक भावनात्मक रिश्ता था और यहां के लोग उनके दिल में बसते थे। वह यहां के लोगों की समस्याओं को अपनी समस्या समझते थे। उन्होंने यहां का सबसे ज्यादा विकास किया। चाहे वह सड़कें हों, बिजली आपूर्ति हो, सिंचाई हो, लड़कियों की शिक्षा हो या फिर नौजवानों को रोजगार हो, नेता जी ने हमेशा सभी के बारे में सोचा।

प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि वर्तमान अहंकारी सरकारयह मानने को तैयार नहीं है कि लोग परेशानियों से जूझ रहे हैं। महंगाई आसमान छू रही है, बेरोजगारी चरम पर है और बहू बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। डिंपल यादव ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ बिखराव की बातें करती है। उन्होंने कहा कि वह हमें एक-दूसरे से लड़ा सकती है, वह आपके और आपके बच्चों के भविष्य के बारे में कभी नहीं सोचेगी।

इटावा के डीएम-एसएसपी को हटाने की मांग

वहीं, समाजवादी पार्टी (सपा)  के एक प्रतिनिधिमण्डल ने रविवार को निर्वाचन आयोग से मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए इटावा के जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को निर्वाचन कार्यों से हटाने की मांग की।

सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी ने यहां बताया कि पार्टी मुखिया और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर पार्टी के एक प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ल से मुलाकात करके इटावा के जिलाधिकारी अविनाश कुमार राय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जयप्रकाश सिंह पर पद का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया और उन्हें चुनाव से जुड़े कार्यों से फौरन हटाने की मांग की।

उन्होंने बताया कि पार्टी का आरोप है कि ये दोनों अधिकारी मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में आने वाले इटावा जिले के जसवन्तनगर विधानसभा क्षेत्र के जिला पंचायत सदस्यों, ब्लाक प्रमुखों, ग्राम प्रधानों, ग्राम पंचायत सदस्यों और बीडीसी सदस्यों पर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में मतदान करने के लिए अनुचित दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे चुनाव प्रभावित हो रहा है और इनके रहते स्वतंत्र और निष्पक्ष ढंग से चुनाव कराया जाना सम्भव नहीं है।

'