गाजीपुर में सीएमओ ने स्वास्थ्य कर्मियों को लिखा पत्र
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर के मुख्य चिकित्साधिकारी ने जनपद के समस्त निजी नर्सिंग होम, चिकित्सक और प्राइवेट पैथोलॉजी को पत्र लिखा है। जिसमें किसी भी मरीज को किट की जांच के आधार पर डेंगू पॉजिटिव घोषित नहीं किए जाने को कहा है। ऐसे मरीजों का पुष्टि के लिए सैंपल उपलब्ध कराए जाने की बात कही है।
डेंगू, मलेरिया, फाइलेरिया, चिकनगुनिया, कालाजार एवं जापानी इंसेफेलाइटिस आदि बीमारियों को उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नोटिफाईबल डिजीज घोषित किया गया है। ऐसे में सभी निजी चिकित्सक, नर्सिंग होम तथा लैब को इन मरीजों की सूचना तथा क्रॉस चेकिंग के लिए सैंपल मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय को देना अनिवार्य किया गया है। अन्यथा की स्थिति में ऐसे निजी चिकित्सक, नर्सिंग होम एवं प्रयोगशालाओं के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई करने के लिए समस्त अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी, चिकित्सा अधीक्षक और प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को अधिकृत किया है।
मच्छर जनित बीमारियां पूरी तरह नियंत्रण में
सीएमओ डॉ. हरगोविंद सिंह ने बताया कि जनपद में डेंगू तथा अन्य मच्छर जनित बीमारियां पूरी तरह नियंत्रण में है। डेंगू के उपचार के लिए जिला अस्पताल में 25 बेड उपलब्ध है और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर 60 बेड आरक्षित किए गए हैं। डेंगू के उपचार के लिए सभी आवश्यक दवाइयां पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। ऐसे में किसी भी बुखार पीड़ित को घबराने की कतई आवश्यकता नहीं है। अन्य वायरल बीमारियों में भी प्लेटलेट्स की कमी हो सकती है। इसलिए प्लेटलेट्स की कमी होना डेंगू होना नहीं है।
मोबाइल मेडिकल यूनिट भेज कर किया जा रहा उपचार
डेंगू से सर्वाधिक प्रभावित सैदपुर में मोबाइल मेडिकल यूनिट के द्वारा भ्रमण किया जा रहा है। अन्य ग्रामों में भी मोबाइल मेडिकल यूनिट भेज कर बुखार पीड़ितों का उपचार किया जा रहा है। वर्तमान में मात्र 9 मरीजों के सैंपल के परिणाम लंबित हैं। अब तक प्राप्त 103 डेंगू पॉजिटिव मरीज उपचार के उपरांत स्वस्थ होकर स्वास्थ्य लाभ कर रहे हैं। इन 103 मरीजों में से 27 मरीज अन्य प्रदेशों अथवा जनपद से बीमारी के उपरांत जनपद में आए थे। जो जांच में डेंगू पॉजिटिव पाए गए। इसमें से अधिकांश मरीज उपचार के उपरांत स्वस्थ होकर वापस जा चुके हैं।