आजमगढ़ के राजबली यादव ने मुलायम सिंह यादव की तैयार की प्रतिमा, वायरल होने लगी तस्वीर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, आजमगढ़. सोशल मीडिया पर इन दिनों पूर्व मुख्यमंत्री स्व. मुलायम सिंह यादव की एक मूर्ति और मूर्तिकार की तस्वीर वायरल हो रही है। मूर्ति को बनाने वाले राजबली यादव आजमगढ़ जिले के रहने वाले मूर्तिकार हैं। वह काफी समय से मुलायम सिंह यादव के मुरीद भी रहे हैं। ऐसे में उनके निधन के बाद उन्होंने मूर्ति बनाने की तैयारी शुरू की जो अब बनकर पूरी तरह तैयार है और खूब वायरल भी हो रही है।
इसे समाजवाद के प्रति समर्पण कहें या नेता जी से लगाव का नतीजा कि लखनऊ विश्वविद्यालय से एमएफए पास राजबली यादव ने न केवल मुलायम सिंह की प्रतिमा बना डाली, बल्कि उसे गांव में लगाने की कोशिश में जुटे हैं। लालगंज ब्लाक के रणमो गांव निवासी राजबली यादव ने वर्ष 2002 में लखनऊ विश्वविद्यालय से मास्टर आफ फाइन आर्ट की डिग्री अपने ताऊ के पुत्र लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर व पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री लालजी अहीर की देखरेख में हासिल की।
घर लौटे तो 2006-07 में पिकनिक स्पाट कुकरैल के लिए 50 फीट का घड़ियाल बनाया। उसके बाद से घर पर रहकर मूर्ति बनाने का कार्य शुरू किए जिसमें पिताजी की मूर्ति, कई महात्मा, पंचमुखी शंकरजी, काली जी, सुभाष चंद्र बोस, भगत सिंह, विवेकानंद, डा. आंबेडकर, महात्मा गांधी आदि सैंकड़ों मूर्ति बना डाली। राजबली ने बताया कि नेताजी के निधन के बाद मन में एक भाव जगा कि नेताजी की मूर्ति तैयार कर अपने गांव में लगवा दूं। उसके बाद नेताजी की एक सात फीट व एक ढाई फीट की मिट्टी की मूर्ति तैयार कर दिया।
मिट्टी की मूर्ति तैयार होते ही समाजवादी पार्टी के कई नेताओं व कार्यकर्ताओं का मूर्ति खरीदने के लिए फोन आने लगा। एक सीमेंट की मूर्ति या धातु की मूर्ति तैयार करने में डेढ़ से दो महीने का समय लगता है। फिलहाल नेता जी के नाम पर व्यवसाय का इरादा अभी नहीं है। प्रयास कर रहा हूं कि पहले गांव में मूर्ति स्थापित करने की जगह और प्रशासन की अनुमति मिल जाए।