आज़म खान का वोटर लिस्ट से भी नाम कटा, विधायकी गंवाने के बाद अब वोट देने से भी हुए वंचित
गाजीपुर न्यूज़ टीम, रामपुर. विधानसभा उप चुनाव में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता मोहम्मद आजम खां अब मतदान नहीं कर सकेंगे। उनका नाम मतदाता सूची से काट दिया गया है। इसके संबंध में भारतीय जनता पार्टी से प्रत्याशी आकाश सक्सेना ने निर्वाचक रजिस्ट्रेशन अधिकारी से शिकायत की थी। आजम खां को 27 अक्टूबर को अदालत ने भड़काऊ भाषण के मामले में तीन साल की सजा सुनाई थी।
समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां का नाम मतदाता सूची से भी काट दिया गया है। भड़काऊ भाषण मामले में तीन साल की सजा होने के बाद पहले उनकी विधायकी चली गई और अब उनका वोट भी काट दिया गया। उनकी विधानसभा सीट पर अब उपचुनाव हो रहा है। सजा होने के कारण आजम चुनाव भी हिस्सा नहीं ले पा रहे हैं। उपजिलाधिकारी सदर निरंकार सिंह ने अब उनका नाम भी मतदाता सूची से काट दिया है। अब वह मतदान भी नहीं कर सकेंगे।
इसके बाद चुनाव आयोग ने उनकी विधानसभा की सदस्यता भी निरस्त कर दी। विधायकी जाने के बाद रिक्त हुई सीट पर उप चुनाव में उन्होंने अपने करीबी आसिम राजा को सपा का उम्मीदवार बनाया है। गुरुवार दोपहर को ही आजम खां ने खुद कलक्ट्रेट पहुंचकर प्रत्याशी का नामांकन कराया, लेकिन अब वह अपने ही प्रत्याशी को वोट नहीं डाल पाएंगे। उनका नाम मतदाता सूची से नाम भी काट दिया गया है।
भाजपा प्रत्याशी एक दिन पहले एसडीएम से की थी शिकायत
इस संबंध में एक दिन पहले ही भाजपा प्रत्याशी ने एसडीएम से शिकायत की थी, जिसमें कहा था कि आजम खां को भड़काऊ भाषण के मामले में तीन वर्ष के कारावास और दो हजार रुपये जुर्माने की सजा हुई है। अब वह सजायाफ्ता हैं और निर्वाचन आयोग के आरपी एक्ट की धारा 16 के अंतर्गत सजायाफ्ता अपराधी को वोट देने के अधिकार से वंचित किए जाने का प्रविधान है। शहर विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचक रजिस्ट्रेशन अधिकारी ने उनकी शिकायत पर संज्ञान लेते हुए मतदाता सूची से नाम काटने के आदेश दिए हैं।
यह है नियम
उप जिलाधिकारी सदर निरंकार सिंह ने बताया कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 में यह प्रविधान है कि यदि किसी व्यक्ति को किसी अपराध का सिद्धदोष ठहराया गया है तो वह दोष सिद्धि की तारीख से या उस तारीख से जिसको वह आदेश प्रभावशील होता है, छह वर्ष की कालावधि के लिए किसी भी निर्वाचन में मत देने से प्रतिबंधित कर दिया जाता है।
सपा व भाजपा के एक और नेता ने खरीदा नामांकन पत्र
जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष व सपा नेता मशकूर मुन्ना और भाजपा नेता डा.तनवीर अहमद ने भी गुरुवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर नामांकन पत्र खरीद लिए। इनके नामांकन पत्र खरीदते ही सपा और भाजपा के नेताओं की धड़कनें तेज हो गईं। मशकूर मुन्ना लंबे समय से समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं। इसी साल वह समाजवादी पार्टी के टिकट पर विधान परिषद का चुनाव भी लड़ चुके हैं। अब वह फिर उप चुनाव में विधानसभा के टिकट की मांग कर रहे हैं।
भाजपा व सपा प्रत्याशियों की बढ़ी धड़कनें
उनका कहना है कि वह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी बात करेंगेे। टिकट पर उनका ही हक बनता है। दूसरी ओर भाजपा से जुड़े डा.तनवीर अहमद ने भी नामांकन पत्र खरीदा है। वह भी करीब तीन साल से भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं और उप चुनाव में पार्टी से टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन टिकट नहीं मिला है। वह समर्थकों के साथ बैठक कर अगली रणनीति बना रहे हैं। इन दोनों के द्वारा नामांकन पत्र खरीदे जाने से भाजपा व सपा के प्रत्याशियों की धड़कनें बढ़ गई हैं। भाजपा ने आकाश सक्सेना और सपा ने आसिम राजा को प्रत्याशी बनाया है।