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वाराणसी में अग्निपथ भर्ती में 300 सौ को मिली सफलता, पहले दिन 2300 अभ्यर्थी हुए शामिल

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी.  अग्निपथ योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती रैली की शुरुआत बुधवार से हुई। पहले दिन गोरखपुर के चौरीचौरा व बांसगांव के अभ्यर्थी शारीरिक दक्षता परीक्षा में शामिल हुए। दोनों तहसील क्षेत्रों से 3903 युवाओं ने आवेदन किया। इनमें 2300 अभ्यर्थी शामिल हुए। इसमें 300 ही पास हो सके। इस दौरान पूरे छावनी क्षेत्र में जबरदस्त सुरक्षा व्यवस्था रही।

सेना भर्ती कार्यालय की ओर से आयोजित रैली के लिए मंगलवार की रात 12 बजे तक अभ्यर्थियों की उपस्थित दर्ज की गई। एक बजे उनके प्रवेश पत्र का बार कोड चेक किया गया। सुबह 5.30 बजे से लंबाई और सीना की नाप की गई। इसमें लगभग तीन सौ अभ्यर्थी छंट गए।

दो हजार अभ्यर्थियों को टोकन देने के बाद कैंटोनमेंट के रणबांकुरे स्टेडियम में दौड़ शुरू हुई। यहां ग्रुपवार उनकी दौड़ कराई गई। इसके लिए चार सौ मीटर का ट्रैक बनाया गया था। 1600 मीटर की दौड़ पांच मिनट 40 सेकेंड में पूरी करने वालों को पुलअप्स के लिए भेजा गया। इसके बाद अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों की जांच शुरू की गई।

आधार कार्ड से लेकर शैक्षणिक प्रमाण पत्रों की जांच बारीकी से की गई। जो अभ्यर्थी जिस जगह से असफल होता उसे वहीं से वापस कर दिया जाता था। इस दौरान पूरे कैंटोनमेंट क्षेत्र में सुरक्षा का जबरदस्त इंतजाम रहा। भर्ती स्थल रणबांकुरे स्टेडियम की ओर जाने वाले रास्ते पर चार जगहों पर बैरिकेडिंग की गई थी।

बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहे। शांति व्यवस्था के लिए सेना के जवानों को भी जगह-जगह तैनात किया गया था। भर्ती स्थल तक सिर्फ अभ्यर्थियों को जाने दिया जा रहा था। सेना भर्ती के दूसरे दिन गोरखपुर के ही सजनवा और गोला तहसील के अभ्यर्थी शामिल होंगे। सेना भर्ती कार्यालय वाराणसी के निदेशक कर्नल ऋषि दुबे ने बताया कि शारीरिक परीक्षा, स्वास्थ्य परीक्षण की प्रक्रिया जारी है।

दूसरी मार्कशीट बनी मुसीबत

सेना भर्ती रैली में कुछ ऐसे अभ्यर्थी भी थे जिनके पास दो मार्कशीट थे। इनके प्रमाण पत्रों की बारीकी से जांच की गई। जिन पर संदेह था कि वो अपनी आयु को कम कराकर मार्कशीट तैयार कराए हैं, उन्हें बाहर कर दिया गया। अन्य प्रमाण पत्रों की जांच में काफी सावधानी बरती गई।

देखने तक की इजाजत नहीं

भर्ती स्थल रणबांकुरे स्टेडियम को पूरी तरह से घेर दिया गया था। इसमें अभ्यर्थी व भर्ती से संबंधी लोगों को ही जाने की अनुमति थी। अन्य लोग बाहर से देख भी नहीं सकते थी। सेना व पुलिस के जवान लगातार चक्रमण कर रहे थे। किसी इधर-उधर से भर्ती प्रक्रिया देने की कोशिश करने वालों को हटा दिया जाता था।

जैसा सुना था वैसा ही कठिन रहा। गलती की कोई गुंजाइश नहीं थी। दौड़ काफी मुश्किल लगी। जिसने खूब अभ्यास किया है वही आगे बढ़ पा रहा है।-प्रिंस मौर्या, बांसगांव

सेना में भर्ती होकर देश सेवा का भाव लेकर आए हैं। इस जगह आकर उत्साह चार गुना हो गया। सेना व पुलिस की बेहतर व्यवस्था है। किसी रह की परेशानी नहीं हुई। -रोहित यादव, बांसगांव

बड़ी संख्या में युवा भर्ती होने का सपना लेकर आए हैं। सभी के साथ हम भी खूब मेहनत किए हैं। शारीरिक परीक्षा कड़ी है। इसके लिए पहले से तैयारी की थी।-पवन यादव, चौरीचौरा

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