घने कोहरे की वजह से रेंगती रही गाड़ियां, ठंड की दस्तक ने पूर्वांचल को दी राहत
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. उत्तर भारत में कोहरे का दौर अब शुरू हो चुका है। माह भर से अंचलों में कुहासा का दौर शुरू हो चुका था। मध्य सितंबर से गुलाबी ठंड की दस्तक के बाद से ही लगातार बारिश का मौसम बना हुआ है। ऐसे में लगातार बारिश के बाद तापमान में भी कमी का दौर चल रहा था।
वहीं माह भर से ही अंचलों सहित नदियों के तटवर्ती इलाकों (बाढ़ प्रभावित क्षेत्र) में कुहासा दिन प्रतिदिन घना होता जा रहा था। आखिरकार बुधवार की सुबह अंचलों में कई क्षेत्रों में घना कोहरा इतना असरदार हो गया कि वाहनों को फाग लाइट में सफर करना पड़ा।
वाराणसी के आंचलिक इलाकों सहित भदोही, चंदौली, मीरजापुर, सोनभद्र और जौनपुर के साथ ही गाजीपुर आदि जिलों के कई इलाकों में सुबह घना कोहरा नजर आया। हालांकि, कोहरे का असर तड़के ही रहा और सुबह छह बजे के बाद कोहरा छंटना भी शुरू हो गया।
सुबह सात बजे तक कोहरे का नामोनिशान भी नहीं था। इसके साथ ही आसमान में कोहरा छंट गया तो मौसम का रुख भी सामान्य हो गया। वहीं आंचलिक इलाकों में कोहरा छंटने के साथ ही ठंडी हवाओं का जोर भी रहा और दिन चढ़ने तक गर्मी का नामोनिशान नहीं था।
मौसम का यह रुख यूं ही नहीं नजर आ रहा है। दरअसल माह भर से रह रहकर हो रही बरसात की वजह से तापमान में कमी का दौर शुरू हो चुका था। मंगलवार को भी हुई बरसात के बाद शाम को मौसम साफ हुआ तो तापमान में कमी शुरू हो गई और सुबह तीन बजे के आसपास सीजन में पहली बार पारा तीस डिग्री से कम हो गया। 29.4 डिग्री तक पारा आने के साथ ही चार डिग्री तक तापमान में कमी के बाद तड़के कई इलाकों में कुहासा कोहरे में बदल गया और हाइवे पर कोहरे की वजह से गाड़ियों को फाग लाइट जलाकर चलना पड़ा।
माना जा रहा है कि अब दो दिनों के बाद ठंडक का असर शुरू होगा और कई नए इलाकों में भी कोहरे का असर शुरू हो जाएगा। कोहरे का आलम यह रहा कि तड़के कई इलाकों में कुछ मीटर की दूरी से कुछ भी साफ नजर नहीं आ रहा था। हालांकि सात बजे तक कोहरे का असर छंटने के बाद जन जीवन सामान्य हो गया।