Surya Grahan Time: अपराह्न 4 बजकर 36 मिनट से शुरु होगा सूर्य ग्रहण, नग्न आंखों से न देखें
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. आज वर्ष 2022 का आखिरी सूर्य ग्रहण है। यूपी में सूर्य ग्रहण करीब अपराह्न (Surya Grahan Time) 4.36 से शाम 6.26 रहेगा। यह घटना सदा सर्वदा अमावस्या को ही होती है। आज 25 अक्टूबर वार सोमवार को गोवर्धन पूजा के दिन सूर्यग्रहण है।
क्या होता है सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण तब होता है जब चंद्रमा पृथ्वी और सूर्य के बीच से गुजरता है। जिससे पृथ्वी का सूर्य का दृश्य पूरी तरह या आंशिक रूप से अस्पष्ट हो जाता है। ऐसा संरेखण अमावस्या के साथ मेल खाता है, यह दर्शाता है कि चंद्रमा पृथ्वी की कक्षा के तल के सबसे निकट है। पूर्ण ग्रहण में सूर्य की डिस्क पूरी तरह से चंद्रमा से ढकी रहती है। आंशिक और वलयाकार ग्रहणों में, सूर्य का केवल एक भाग अस्पष्ट होता है।
लखनऊ में कब से कब तक रहेगा सूर्य ग्रहण काल
यूपी में परिषद के अनुसार सूर्यग्रहण का असर अपराह्न 4.36 से शाम 6.26 बजे तक होगा, परंतु यहां सूर्यास्त का समय शाम 5.29 बजे है, इसलिए आंशिक असर दिखेगा। इस समय सूर्य का 36.93 प्रतिशत भाग चंद्रमा की छाया से ढका नजर आएगा। सूर्यग्रहण की अवधि करीब 53 मिनट की होगी। शाम 5.26 अधिकतम अवस्थौ प्राप्त करेगा। अपराह्न 4.36 बजे सूर्य, चंद्रमा की मुख्य छाया के संपर्क में आना शुरू होगा। हालांकि, शहर में उपच्छायी सूर्यग्रहण अपराह्न 2.28 बजे शुरू हो जाएगा, मगर ये पृथ्वी से दृश्यमान नहीं होगा। इस सूर्यग्रहण के बाद वर्ष 2030 तक कोई सूर्यग्रहण भारतवर्ष में दिखाई नहीं देगा।
सूर्य ग्रहण के दौरान इन बातों का रखें खास ध्यान
- सूर्य के प्रकाश में 52 प्रतिशत अवरक्त किरणें आंखों को नुकसान पहुंचा सकती हैं
- सूर्यग्रहण के असर को नंगी आंखों से न देखें।
- नंगी आंखों से टेलीस्कोप अथवा दूरबीन की सहायता से न देखें।
- एक्स-रे फिल्म,फ्लापी, फोटो फिल्म, वेल्डिंग ग्लास से भी न देखें।
- साधारण फिल्टर या धूप के चश्मों से न देखें।
- सूर्य का प्रतिबिंब पानी में अथवा रंगीन पानी में नहीं देखना चाहिए।
- सूर्यग्रहण को परावर्तित प्रतिबिंब तथा प्रमाणित सोलर फिल्टर से देखने व फोटोग्राफ्स लें।
- पिनहोल कैमरे से सूर्य का प्रतिबिंब दीवार पर बनाकर सुरक्षित अवलोकन कर सकते हैं।
यूपी के खास शहरों में कब से कब तक होगा सूर्य ग्रहण काल
प्रयागराज 4:40 दिन में 5:27 सायं 47 मिनट
गोरखपुर 4:38 दिन में 5:29 सायं 51 मिनट
लखनऊ 4:36 दिन में 5:29 सायं 53 मिनट
वाराणसी 4:42 दिन में 5:22 सायं 40 मिनट
आंशिक सूर्य ग्रहण क्या होता है
आंशिक ग्रहण तब होता है जब सूर्य और चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी के अनुरूप नहीं होते हैं और चंद्रमा केवल आंशिक रूप से सूर्य को ढकता है। इस घटना को आमतौर पर एक कुंडलाकार या पूर्ण ग्रहण के ट्रैक के बाहर पृथ्वी के एक बड़े हिस्से से देखा जा सकता है। हालांकि, कुछ ग्रहणों को केवल आंशिक ग्रहण के रूप में देखा जा सकता है, क्योंकि गर्भ पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्रों के ऊपर से गुजरता है और कभी भी पृथ्वी की सतह को नहीं काटता है।