गाजीपुर में छेड़छाड़ के आरोप में जेल गए केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य निलंबित
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. केंद्रीय विद्यालय संगठन नई दिल्ली ने शिक्षिका से छेड़छाड़ के आरोप में जेल गए केंद्रीय विद्यालय के प्रधानाचार्य मुकेश कुमार वर्मा निवासी अशोकपुरम वाराणसी को निलंबित कर दिया है। 13 अक्टूबर को जमानत पर छूटने के बाद उन्होंने प्रभार सीनियर शिक्षक मृत्युंजय राय को सौंप दिया। निलंबन के बाद उन्हें वाराणसी कार्यालय से अटैच कर दिया गया है।
केंद्रीय विद्यालय (केवी) के प्रधानाचार्य मुकेश कुमार वर्मा करीब तीन साल से तैनात थे। आरोप था कि केवी की एक शिक्षिका को वह आफर देते थे। अकेले मिलने पर वह छेड़छाड़ करते थे। इस मामले में शिक्षिका ने कई बार विरोध भी किया, लेकिन वह अपनी हरकत से बाज नहीं आए। शिक्षिका ने शहर कोतवाली में एससी-एसटी व अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया था। शिक्षिका की शिकायत पर भी केवी के उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से प्रधानाचार्य बचते रहे। इस दौरान महिला पर केस वापस लेने का भी दबाव बनाया था। तत्कालीन सीओ सिटी ओजस्वी चावला ने विवेचना कर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल कर दी।
प्रधानाचार्य कोर्ट में हाजिर नहीं हुए थे। एससी-एसटी कोर्ट ने प्रधानाचार्य के खिलाफ वारंट जारी दिया। फरार चल रहे प्रधानाचार्य मुकेश कुमार वर्मा 30 सितंबर को कोर्ट में हाजिर हुए। पीड़ित शिक्षिका के अधिवक्ता कन्हैया राय ने केस की मजबूती से पैरवी की, जिसके बाद कोर्ट ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था। इस बीच केंद्रीय विद्यालय संगठन ने प्रधानाचार्य को निलंबित कर उन्हें वाराणसी अटैच कर दिया है। हालांकि वाराणसी मंडल के अधिकारी उन्हें बचाने में जुटे रहे। निलंबन आदेश को भी दबाए रखा।
13 अक्टूबर को जमानत पर छूटने के बाद प्रधानाचार्य ने अपना कार्यभार सीनियर शिक्षक को सौंप दिया। दरअसल, प्रधानाचार्य के खिलाफ काफी शिकायतें थीं।वाराणसी के लालपुर निवासी एक महिला ने भी अपने बयान में गंभीर आरोप लगाए हैं। छात्राओं से भी अश्लील हरकत करने पर अभिभावकों ने पहुंचकर खरी खोटी सुनाई थी। केंद्रीय विद्यालय वाराणसी के सहायक आयुक्त बी दयाल का कहना है कि मुख्यालय ने प्रधानाचार्य के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की है।