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शराब ठेके पर लेनदेन के विवाद में बचाव करने पर भाजपा नेता की लाठी डंडे से पीटकर हत्या, पुत्र जख्मी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. सिगरा के जयप्रकाश नगर (माधोपुर) स्थित देसी शराब ठेके में चिखना वाले से लेनदेन को लेकर हुए विवाद में बीच- बचाव करने पहुंचे बुजुर्ग भाजपा नेता की बदमाशों ने लाठी-डंडे व ईंट पत्थर से पीटकर हत्या कर दी। इस दौरान उनका पुत्र राजन सिंह भी घायल हो गया। सूचना के बाद पहुंचे पुलिस कमिश्नर ए. सतीश गणेश ने मौका ए वारदात का जायजा लिया। सीसीटीवी कैमरे में कैद बदमाशों की निशानदेही के बाद उनकी गिरफ्तारी के लिए पांच टीमें लगाई गई है। दो संदिग्धों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

जयप्रकाश नगर निवासी पशुपतिनाथ सिंह (78) के मकान से सटे उनकी प्रापर्टी है, जिसमें बियर और देसी शराब की दुकान है। रात करीब नौ बजे इलाके के ही तीन-चार की संख्या में युवक बियर लेकर बगल में देसी शराब ठेके के अंदर चले गए। यहां कैंटीन संचालक से लेन-देन के विवाद में उन युवकों से मारपीट हो गई। ठेके के सेल्समैन गाजीपुर निवासी यादवेंद्र यादव की सूचना पर पशुपतिनाथ सिंह के छोटे लड़के राजन (42) पहुंच गए। समझाने पर बात नहीं बनी तो राजन सिंह युवकों को ठेके से बाहर निकालने लगे। इस पर दोनों पक्षों में मारपीट होने लगी। हमले में राजन सिंह घायल हो गए। कुछ ही देर बाद हमलावरों ने अपने और साथियों को भी बुला लिया। इस बीच हालात का जायजा लेने पहुंचे पशुपतिनाथ सिंह पर ठेके के बाहर हमलावरों ने अचानक हमला कर दिया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई।

पशुपति नाथ का किसी से कोई विवाद नहीं था

घटना के बाद हमलावर भाग निकले। तब तक उनके परिवार वाले भी आ गए। आनन-फानन घायल राजन को मलदहिया स्थित सिंह मेडिकल पहुंचाया। ठेके के अंदर लगे सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की शिनाख्त हुई। पशुपति नाथ सिंह के बड़े भाई आरपीएफ के रिटायर्ड कमांडेंट हरेराम सिंह ने बताया कि पशुपति नाथ का किसी से कोई विवाद नहीं था।

दो संदिग्धों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है

वहीं, क्षेत्रीय लोगों की माने तो पहले भी इस तरह की दो घटनाएं हो चुकी है। शराब ठेका होने से अराजकतत्वों का जमावड़ा लगा रहता है। पुलिस के मुताबिक राजन सिगरा थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। सीपी ए सतीश गणेश ने बताया कि मृतक के स्वजन की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने की कार्रवाई की जा रही है। आरोपितों को गिरफ्तार करने के लिए अलग से टीम गठित कर दी गई है, जल्द ही हमलावर पुलिस गिरफ्त में होंगे। दो संदिग्धों को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

साल 2012 में लड़ा था पार्षद का चुनाव

पशुपति नाथ सिंह शुरू से भाजपा से जुड़े थे। पूर्व विधायक स्व. हरिश्चंद्र श्रीवास्तव के करीबी और भाजपा महानगर की कार्यकारिणी के सदस्य भी रह चुके थे। वर्ष 2012 में उन्होंने शिवपुरवा वार्ड से पार्षद का चुनाव लड़ा था, जिसमें हार मिली थी। उनकी मौत की सूचना मिलने पर विधायक सौरभ श्रीवास्तव व महानगर अध्यक्ष विद्यासागर राय ट्रामा सेंटर पहुंच गए थे।

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