लंपी वायरस से बचाव के वैक्सीनेशन में गाजीपुर फिसड्डी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. पुशुओं में लंपी स्किन डिजीज से बचाव के लिए वैक्सीनेशन का कार्य जारी है। लेकिन वैक्सीनेशन की रफ्तार धीमी होने के कारण गाजीपुर प्रदेश में फिसड्डी साबित हुआ है। जबकि प्रदेश में एक नंबर पर बरेली है। शासन की ओर से लगातार लंपी वायरस से बचाव के लिए वैक्सीनेशन के रफ्तार बढ़ाने के लिए निर्देश जारी किया जा रहा है। हालांकि पशु विभाग बेपरवाह है।
जनपद में आठ लाख पशुओं को लंपी वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित है, जबकि अबतक पशु विभाग की ओर से एक लाख 20 हजार पशुओं को हीं टीका लगाया गया है। वैक्सीन की उपलब्धता होने के बाद भी वैक्सीनेशन की रफ्तार नहीं बढ़ रहा है। हालांकि जनपद में इस वायरस के लक्षण पशुओं में नही मिले हैं।
लेकिन पशु विभाग लंपी वायरस से बचाव को लेकर जगारूकता सहित वैक्सीनेशन में रूची नहीं ले रहा है। शासन की ओर से प्रदेश में वैक्सीनेशन के आंकड़े जनपदवार जारी किया गया है। इसमें गाजीपुर 31 वें स्थान पर है। सीबीओ डा. शिव कुमार ने बताया कि वैक्सीनेशन को लेकर ब्लाकवार तीन सदस्यीय टीम गठित की गयी है। शुरूआती दौर में वैक्सीनेशन जनपद में अन्य जिलों के अपेक्षा से बाद में शुरू हुई। इस बीमारी से बचाव के लिए पशुपालकों को जागरूक किया जा रहा है।
इस रोग के सामान्य लक्षणों में पशुओं को बुखार आना भी शामिल है। उसके साथ ही इस वायरस के प्रभाव में आने के बाद पशुओं का वजन कम हो जाता है, इसके साथ ही लार निकलना, आंख-नाक का बहना, दूध कम होना भी लंपी रोग के वायरस संक्रमण की लक्षणों में शामिल है। इस वायरस के प्रभाव से पशुओं के शरीर पर अलग-अलग तरह के नोड्यूल(गांठे) दिखने लगता हैं। ऐसे लक्षण दिखाई देने पर पशुपालक तत्काल पशु चिकित्सकों से संपर्क कर पशुओं को दवा दिलाएं।