गाजीपुर में सरकारी कार्यालयों के चक्कर काट रहा फौजी, कब्जामुक्त करने की मांग
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर में एक नेता द्वारा गांव की सड़क के ऊपर मकान बना कर कब्जा किये जाने के मामले में एक फौजी कार्यवाही की गुहार लगा रहा है। काफी दिनों से लगातार शिकायत किए जाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई है। फौजी लगातार अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर लगा रहा है।
अमित यादव फौजी हैं, इनके गांव जाने वाले रास्ते पर एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य द्वारा रास्ते के दोनों तरफ पिलर खड़ाकर मकान बना लिया गया है। इतना ही नहीं उस रास्ते पर विद्यालय के बच्चों के द्वारा प्रार्थना भी की जाती है, जिसके चलते आमजन को कभी-कभी आने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। जिसको लेकर फौजी अमित यादव के द्वारा पहले अपने ब्लॉक के अधिकारियों के यहां कंप्लेन किया गया लेकिन कोई निस्तारण न निकलने पर उसने आईजीआरएस का सहारा लिया।
IGRS से 15 दिन में कब्जामुक्त करने का आदेश
मामले में स्थानीय लेखपाल द्वारा उक्त कब्जे को अवैध मानकर कब्जा करने वालों को 15 दिन के अंदर अतिक्रमण हटा ले। अन्यथा की स्थिति में विधिक कार्यवाही करने की बात लिखकर आईजीआरएस का निस्तारण कर दिया गया। उसके बाद जब कोई कार्यवाही नहीं हुई तो एक बार फिर अमित ने आईजीआरएस का सहारा लिया। इस बार लेखपाल और तहसीलदार के बोल बदल गए और 15 सितंबर को दी गई रिपोर्ट में लेखपाल द्वारा लिखा गया कि सड़क के दोनों तरफ फसल है जिसकी वजह से अतिक्रमण हटाया जाना संभव नहीं है। अनुकूल परिस्थिति होते ही चकरोड की पैमाइश कर कब्जे की जगह को चिन्हित किया जाएगा।
डीएम के जनता दरबार में भी पहुंचा फौजी
ऐसे में पिछले कई माह से शिकायत करने के बाद भी जब कोई निस्तारण नहीं हुआ तो फौजी अपनी ड्यूटी से छुट्टी लेकर जिलाधिकारी के जनता दर्शन में जा पहुंचा। फिलहाल जिलाधिकारी ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
देश की सीमाओं का निगहबानी करने वाला फौजी कभी-कभी अपनी समस्याओं से और अधिकारियों की उदासीनता के चलते इस कदर परेशान हो जाता है कि उसे सीमाओं की निगरानी छोड़कर अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर लगाना पड़ता है। लेकिन अधिकारी है कि वही 'ढाक के तीन पात' कर आमलोगों की तरह आर्मी के जवानों को भी दौड़ाने से परहेज नहीं करते।