छठी मइया के किरपा से प्रदेश में सुख आ खुशहाली बनल रहे, इहे प्रार्थना - CM योगी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को प्रदेश के सभी लोगों को छठ पर्व की बधाई दी है। उन्होंने इस पर्व के लिए बधाई देने के लिए भोजपुरी भाषा में वीडियो संदेश भी जारी किया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने बधाई संदेश में कहा कि नमस्कार, लोकआस्था, प्रकृति प्रेम, पवित्रता आज सूर्य उपासना के महापर्व छठ पर हमरे तरफ से आप सब माता-बहिने, आप भोजपुरी समाज के लोगन के बहुत-बहूत मंगलकामना। छठी मइया के किरपा से हमरे प्रदेश में सबके जीवन में सुख आ खुशहाली बनल रहे, इहे प्रार्थना बा। जय जय छठी मइया।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और कैबिनेट मंत्रियों एके शर्मा, स्वतंत्रदेव सिंह तथा दयाशंकर सिंह सिंह सहित मुख्य सचिव व अन्य अधिकारियों की मौजूदगी में सभी जिलाधिकारियों से वर्चुअल माध्यम से बैठक कर छठ महापर्व की सभी तैयारियों को बेहतर से बेहतर करने की निर्देश भी दिया था।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छठ को लेकर समीक्षा बैठक में कहा कि छठ पूजा के दौरान सभी स्थान पर अच्छी व्यवस्था को शीर्ष वरीयता पर रखें। उन्होंने जिलों में छठ पूजा की व्यवस्थाओं की जानकारी लेने के साथ ही अधिकारियों को निर्देश भी दिया। उन्होंने छठ पूजा स्थल पर साफ सफाई के विशेष निर्देश दिए हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 30 व 31 अक्टूबर को लोकआस्था का महापर्व 'छठ' मनाया जाना है। पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में इस पर्व की विशिष्ट परंपरा रही है। हमारा प्रयास हो कि हर एक व्रतधारी श्रद्धालु जन को अधिकाधिक सुविधाएं उपलब्ध हों, ताकि पर्व का आयोजन सुचारु पूर्वक संपन्न हो। इस वर्ष 'स्वच्छ और सुरक्षित छठ' का संदेश लेकर लोगों की जरूरत के अनुसार सभी प्रबंध किए जाएं।
उन्होंने कहा कि सभी जगह पर नदी घाट या फिर तालाब व पोखर तट पर सुरक्षा की व्यवस्था रखें। छठ महापर्व में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की सपरिवार सहभागिता होती है। ऐसे में नदी घाटों पर स्वच्छता, सुरक्षा, पर्याप्त प्रकाश व्यवस्था, पार्किंग, मोबाइल टॉयलेट, पेयजल समेत जनसुविधा के व्यवस्थित प्रबंध किए जाएं। नदी घाटों के आस-पास पर्याप्त प्रकाश प्रबंध होना चाहिए। पर्व के अवसर पर निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। नदी की गहराई के मुताबिक, सुरक्षित क्षेत्र का चिन्हांकन किया जाए। स्थानीय आवश्यकताओं का ध्यान रखते हुए सभी व्यवस्था होनी चाहिए। हर प्रमुख स्थल, जहां छठ पूजन होता है, वहां पब्लिक एड्रेस सिस्टम की व्यवस्था अनिवार्य रूप से हो।