गाजीपुर में नहर टूटी सैकड़ो बीघा फसल जलमग्न, किसानों ने की मुआवजे की मांग
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. चौधरी चरण सिंह पंप कैनाल जमानिया से संचालित मुख्य नहर उसियां क्षेत्र के पास सोमवार को टूट जाने से करीब सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। जिससे किसानों की फसल बर्बाद हो गई है। किसानों की सूचना पर पहुंचे नायब तहसीलदार विपिन चौरसिया ने उच्च अधिकारियों और संबंधित कर्मचारियों को मामले से अवगत कराते हुए मुख्य नहर बंद कराते हुए बचाव कार्य में कार्रवाई शुरू कर दी है।
सेवराई तहसील क्षेत्र के करीब 27 किलोमीटर लंबा मुख्य नहर के उसिया गांव के पास बैंक कमजोर होने के कारण नहर अचानक टूट गई। जिससे आसपास के सैकड़ों बीघा की फसल में पानी फैल गया और फसल जलमग्न हो गई है। नहर टूटने की सूचना पर किसान आक्रोशित हो गए और लघु डाल विभाग के खिलाफ जमकर गुस्सा जाहिर किया। वहीं सूचना पाकर मौके पर पहुंचे भाजपा के दिलदारनगर मंडल अध्यक्ष अमित जायसवाल ने तत्काल पंप कैनाल के अधिकारियों को सूचना देते हुए पानी की आपूर्ति बंद कराई। इसके साथ ही बांस, बल्ली व टिन शेड लगाकर नहर के पानी के बहाव को रोकने का प्रयास किया गया।
पानी के बहाव को रोकने के शुरू प्रयास
इधर नहर टूटने की जानकारी होते ही मौके पर पहुंचे जेई हिमांशु कुमार ने तत्काल जेसीबी बुलाकर नहर के टूटे बैंक की मरम्मत व पानी के बहाव को रोकने के प्रयास शुरू कर दिए। सीमेंट की बोरियों में मिट्टी भरकर नहर के बैंक को कड़ी मशक्कत के बाद बंद किया जा सका, जिसके बाद किसानों व सम्बंधित अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
अधिकारी किसानों की समस्याओं पर नहीं देते ध्यान
किसानों ने आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार विभागीय अधिकारियों और संबंधित कर्मचारियों को बैंक कमजोर होने की सूचना दी गई है। बावजूद इसके अधिकारी किसानों की समस्याओं व शिकायतों पर ध्यान नहीं देते, जिसका खामियाजा आज क्षेत्र के सैकड़ों किसानों को भुगतना पड़ रहा है। किसानों ने फसल नुकसान को लेकर मुआवजे की मांग की है।
जेई ने मामले को लिया संज्ञान में
जेई हिमांशु कुमार ने बताया कि धान की फसल होने के कारण बहुत मामूली तौर फसल नुकसान की आशंका है। प्राथमिक तौर पर नहर के टूटे बैंक को मरम्मत कर जल बहाव रोक दिया गया है। तहसील स्तर से किसानों की मदद की जाएगी।