मुख्तार के खिलाफ गैंगस्टर केस में गवाही पूरी - Ghazipur News
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मऊ के पूर्व विधाायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर के मामले में बुधवार को विशेष एमपी/एमएलए कोर्ट में गवाहों की पेशी हुई। वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए मुख्तार अंसारी भी पेशी में जुड़े। गैंगस्टर केस में अभियोजन की ओर से दो गवाह बिंदु राम और छोटे लाल शर्मा को पेश किया गया। इन गवाहों ने कोर्ट में मुख्तार के खिलाफ अपने बयान दर्ज कराए। इससे पहले पूर्व विधायक अजय राय और विवेचना अधिकारी कृपाशंकर शुक्ल का बयान और जिरह की कार्रवाई पूरी हो चुकी है।
गाजीपुर सदर कोतवाली में दर्ज गैंगस्टर केस की सुनवाई जिला सत्र न्यायालय में बनी विशेष एमपी/एमएलए कोर्ट में हो रही थी। मुख्तार अंसारी बांदा जेल से वीडियो कांफ्रेसिंग से जोड़ा गया। कोर्ट के विशेष जज रामसुध सिंह की अदालत में बुधवार को सहायक शासकीय अधिवक्ता नीरज कुमार श्रीवास्तव ने गैंगस्टर केस में सरकार की ओर से दलीलें पेश की। बिंदु राम और छोटे लाल शर्मा ने मुख्तार अंसारी को अपराधी और कई मामलों में शामिल होना बताया।
गवाहों ने कहा कि गाजीपुर, वाराणसी, मऊ और आजमगढ़ में वारदातों को अंजाम दिया है। गवाही के बाद एमपी/एमएलए कोर्ट में सहायक शासकीय अधिवक्ता नीरज कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि अब सरकार की ओर से कोई गवाह प्रस्तुत नहीं किया जाएगा। गैंगस्टर केस में सूचीबद्ध सभी गवाहों की पेशी पूरी हो चुकी है। जिस पर न्यायालय ने अभियोजन के गवाही का अवसर समाप्त करते हुये 313 सीआरपीसी में आरोपी मुख्तार अंसारी के बयान चार्ज करने के लिए 1 अक्टूबर की तिथि नियत की है। इस तारीख पर कोर्ट मुख्तार अंसारी पर लगाए गए आरोपी में उनका पक्ष जानेगा और बचाव के लिए अपना स्पष्टीकरण देने का अवसर देगा।
वर्ष 1996 में दर्ज हुआ था गैंगस्टर का केस
सदर कोतवाली में सन 1996 में मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर कायम किया गया था। इसमें मुख्तार पर गैंग बनाकर आपराधिक गतिविधियां चलाने की कार्रवाई की गई थी, जिसमें पिंडरा (वाराणसी) के पूर्व विधायक अजय राय गवाह हैं। इसमें पूर्व सीओ और तत्कालीन गाजीपुर इंस्पेक्टर ननकेश सिंह की पेशी और गवाही हो चुकी है।
पूर्व विधायक अजय राय दे चुके अपना बयान
इससे पहले पूर्व विधायक अजय राय अपना बयान दर्ज करा चुके हैं । जिसमें उन्होंने बताया था कि 3 अगस्त 1991 दिन में लगभग 1 बजे अपने भाई अवधेश राय के साथ वाराणसी स्थित मकान के गेट पर खड़ा था। इतने में एक सफेद रंग की मारुति वैन आई, जिसमें मुख्तार अंसारी सहित कुछ लोग मौजूद थे। सभी गाड़ी से उतरे और हथियारों से ताबड़तोड़ मेरे भाई के ऊपर फायर कर दिए। अपनी लाइसेंसी पिस्टल से फायर किया तब तक सभी गाड़ी छोड़कर भाग निकले। भाई को कबीर चौरा अस्पताल ले गया, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया।