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ओमप्रकाश राजभर को उनके ‘कटप्पा’ ने दिया इस्तीफा, पीएम मोदी ने कहा था कटप्पा

गाजीपुर न्यूज़ टीम, मऊ. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सबसे भरोसेमंद, कद्दावर और संस्थापक नेताओं में शुमार तथा कार्यवाहक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर ने सोमवार को अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को सभी पदों से इस्तीफा सौंप दिया।

यह वही महेंद्र राजभर हैं, जिन्होंने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मऊ सदर सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ भाजपा व सुभासपा गठबंधन की ओर से सुभासपा प्रत्याशी के रूप में ताल ठोका था। विधानसभा चुनाव के दौरान ही प्रचार में मऊ आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंच से महेंद्र को कट्प्पा कहकर संबाेधित किया था और यह भी कहा था कि कटप्पा ही बाहुबली को मारेगा। महेंद्र के इस्तीफे से पूर्वांचल की राजनीति की गर्माहट बढ़ गई है।

बड़ी बात यह है कि महेंद्र राजभर ने अकेले पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है, बल्कि उनके साथ कई राष्ट्रीय व प्रदेशस्तरीय कार्यकर्ता शामिल हैं। शहर के एक प्लाजा में सोमवार को पत्रकारों से अपने इस्तीफे की वजह बताते हुए महेंद्र राजभर ने कहा कि निष्पक्ष भाव से समाज के हित में पार्टी को ऊंचाई पर ले जाने के लिए दिनरात काम किया, लेकिन सुभासपा जिस उद्देश्य को लेकर चली थी उससे पूरी तरह विमुख हो गई है। पूर्णकालिक कार्यकर्ताओं की लगातार उपेक्षा की जा रही है।

ओमप्रकाश राजभर पर समाज और पार्टी के हित में काम न करने का आरोप लगाते हुए महेंद्र ने कहा कि दल काे समाज के विकास की दिशा में नहीं बल्कि केवल अपने परिवार के विकास की दिशा में ले जा रहे हैं। कहा कि केवल ओमप्रकाश राजभर के परिवार का उत्थान होने से समाज का उत्थान नहीं होगा। चुनाव न लड़ने और सत्ता में कोई पद न लेने की कसम भी ओमप्रकाश की झूठी निकली।

कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष के लगातार पाला बदलने व उल-जुलूल बयान देने से सुभासपा समाज में हंसी का पात्र बन गई है। कहीं जाओ तो लोग पार्टी का मजाक उड़ाते हैं। महेंद्र के साथ-साथ इस्तीफा देने वालों में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डा.वलिराज राजधर, प्रदेश उपाध्यक्ष डा.अवधेश राजभर, प्रदेश महासचिव अर्जुन चौहान, प्रदेश महासचिव रामाश्रय पासवान, जिलाध्यक्ष कुशीनगर ओमप्रकाश राजभर, प्रदेश महासचिव एवं जिला पंचायत सदस्य रमेश सिंह चौहान आदि सुभासपा के बड़े नाम शामिल हैं।

संकेतों में कहा ‘भैया’ यानी मुख्तार अंसारी के इशारों पर चल रहे ओमप्रकाश

महेंद्र राजभर ने कहा कि वे यानी ओमप्रकाश राजभर उतना ही चल रहे हैं जितना उनके भैया बोल रहे हैं। भैया कौन पर जब पत्रकारों ने जिद पकड़ी तो महेंद्र राजभर ने पूर्व सदर विधायक मुख्तार अंसारी की ओर इशारा किया। हालांकि, महेंद्र मुख्तार अंसारी का नाम नहीं लेना चाहते थे, लेकिन पत्रकारों की जिद पर कहा कि ‘हां आप मुख्तार अंसारी ही समझ लीजिए’।

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