गाजीपुर में बीईओ ने स्कूलों में डाली मॉर्निंग रेड, तीन प्रधानाध्यापक और चार शिक्षकों को जारी किया नोटिस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. गाजीपुर जिले के जमानियां क्षेत्र के विभिन्न परिषदीय स्कूलों में शासन कि मंशा के अनुरूप शैक्षिक गुणवत्ता को परखने के उद्देश्य से बीईओ अशोक कुमार गौतम ने आज मंगलवार की सुबह क्षेत्र के करीब आधा दर्जन स्कूलों में मार्निंग रेड डाली।
विभागीय कार्यों में लापरवाही एमडीएम की गुणवत्ता ठीक न पाए जाने विद्यालय में साफ सफाई, समय से स्कूल न पहुंचने आदि की बेहतर व्यवस्था न होने पर उन्होंने अध्यापकों व प्रधानाध्यापकों को कार्रवाई की चेतावनी देते हुए एक हफ्ते के अंदर अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाने की सख्त हिदायत दी। इसको लेकर उन्होंने तीन प्रधानाध्यापकों व चार अध्यापकों को नोटिस जारी कर जबाब मांगा है।
अभिलेखों में कमी पाए जाने जाहिर की नाराजगी
अचानक इस निरीक्षण के चलते महकमें में पूरी तरह से खलबली मच गई ,सभी उनकी लोकेशन का पता अपने विश्वस्त लोगों सेलफोन से लेते रहे। वहीं बीईओ के मार्निंग रेड में मध्याह्न भोजन के गुणवत्ता को परखा , डीबीटी, छात्रों का नामांकन के सापेक्ष में उपस्थिति, अभिलेखों, साफ सफाई, शिक्षक डायरी, लेखन प्रोग्राम सहित अन्य अभिलेखों में कमी पाए जाने सख्त नाराजगी जाहिर करते हुए चेताया कि विभागीय व शैक्षिक कार्यों में किसी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
क्षेत्र के कई विद्यालयों का किया निरीक्षण
बीईयो अशोक कुमार गौतम ने बताया कि सबसे पहले वह सुहवल प्राथमिक विद्यालय पूर्वी प्रथम, अडरिया, रमवल, सोनवल, हरिश्चन्द्रपुर, ढढनी, बेटावर, हरपुर, जीवपुर, आदि स्कूलों का निरीक्षण किया गया। बीईओ ने बताया कि शैक्षिक कार्यों में उपस्थिति किसी स्तर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बताया कि छात्रों की उपस्थिति शत् प्रतिशत को लेकर मातहतों को गांव-गांव घर घर अभियान चला अभिभावकों को जागरूक करने पर बल दिया।
बीईओ ने छात्रों से पूछे सवाल, मिला संतोषजनक जवाब
निर्देशित किया मध्याह्न भोजन में गुणवत्ता में कमी पाए जाने पर सम्बन्धित के खिलाफ कार्रवाई तय है, निर्देशित किया कि विद्यालय में समय से उपस्थिति अनिवार्य है। वहीं उन्होंने बताया कि महकमें का मुख्य उद्देश्य परिषदीय स्कूलों में बेहतर शैक्षणिक कार्य व शासन की योजनाओं का लाभ छात्रों तक पहुंच सके। इस निरीक्षण के दौरान बीईओ ने छात्रों से सवाल पूछने के अलावा उनसे किताबें भी पढवाई, जिसपर उन्हें संतोषजनक जबाब मिला।