पेशी के लिए आए सांसद अतुल राय बेहोश होकर गिर पड़े, टांग कर पुलिसकर्मियों ने कोर्ट में किया पेश
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी. अदालत में पेशी पर आए सांसद अतुल राय गुरुवार को कचहरी परिसर में बेहोश होकर गिर पड़े। पुलिसकर्मियों व समर्थकों ने उनको उठाकर अदालत तक पहुंचाया। उनके वकीलों ने इलाज कराने के लिए नजदीक के हास्पिटल ले जाने की बात कही। अदालत ने उन्हें एक डाक्टर के साथ एंबुलेंस से वापस नैनी जेल भेज दिया।
नैनी केंद्रीय जेल में बंद घोसी सांसद अतुल राय को दुराचार पीड़िता को आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के मामले में एसीजेएम पंचम एमपी/एमएलए उज्ज्वल उपाध्याय की अदालत में पेश होना था। उनका न्यायिक रिमांड बनाने के लिए वारंट बी पर तलब किया गया था। एंबुलेंस से ही वो नैनी जेल आए। दोपहर डेढ़ बजे जिला अदालत के गेट पर लगभग डेढ़ बजे पहुंचे। वहां से कोर्ट में ले जाने के लिए गेट खोलने के लिए देर तक इंतजार किया। अनुमति नहीं मिलने पर एम्बुलेंस से उतारकर अदालत की ओर जाने लगे। थोड़ी ही दूर गए थे कि गश खाकर गिर पड़े। इससे उनके साथ चल रहे पुलिस कर्मियों व समर्थकों में अफरा-तफरी मच गई। उन्हें किसी तरह हाथ-पैर पकड़कर उठाते हुए अदालत तक पहुंचाया गया।
अदालत में सांसद के अधिवक्ता अनुज यादव ने आवेदन देकर कहा कि सांसद को केंद्रीय कारागार नैनी से गम्भीर बीमारी की अवस्था मे लाया गया है। सांसद को एम्बुलेंस से नीचे उतारा गया तब बेहोश होने पर हाथ पैर पकड़कर बेरहमी के साथ कोर्ट में लाया गया। सांसद की हालत चिंताजनक है मुंह से झाग निकल रहा था। इन परिस्थितियों में तत्काल नजदीकी अस्पताल में उपचार कराने का अनुरोध किया गया। अदालत ने सांसद को एक डाक्टर के साथ बिना रिमांड बनाये नैनी कारागार वापस भेजने के साथ 13 सितम्बर को वीडियो क्रांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी कराने का आदेश दिया।
सांसद अतुल राय के वकील अनुज यादव का कहना है कि उन्होंने अदालत में प्रार्थना पत्र देकर उनकी खराब सेहत के बारे में बताया था। साथ ही उन्हें इस मामले में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए पेश करने का अनुरोध किया था। अदालत ने इसे अस्वीकार कर दिया। कचहरी में पेशी के दौरान सेहत बिगड़ने पर नजदीकी अस्पताल में चिकित्सा के लिए भी प्रार्थना पत्र दिया, लेकिन अदालत ने इसे भी स्वीकार नहीं किया। उन्हें नैनी जेल जहां उनका इलाज हो रहा वहां ही इलाज कराने के लिए भेज दिया।