मुख्तार अंसारी के खिलाफ महेंद्र को चुनाव लड़ाने को ओमप्रकाश राजभर ने अपनों से किया था बैर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर. मुख्तार को लेकर सुभासपा अध्यक्ष पर आरोप लगाकर पार्टी छोड़ने वाले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर को बाहुबली के खिलाफ मऊ सदर सीट से चुनाव लड़ाने के लिए गाजीपुर के जहूराबाद विधायक ओमप्रकाश राजभर ने अपनों से भी बैर कर लिया था। तमाम दांव पेंच के बीच उन्होंने एक सामान्य कार्यकर्ता महेंद्र राजभर को विधानसभा चुनाव में न सिर्फ टिकट दिया था, बल्कि पूरा चुनाव का प्रबंधन संभाला था। यह दीगर बात है कि वह उस चुनाव में मुख्तार से हार गए थे।
वर्ष 2017 भाजपा-सुभासपा गठबंधन से सुभासपा ने मऊ सदर से मुख्तार अंसारी के खिलाफ एक सामान्य कार्यकर्ता महेंद्र राजभर को मैदान में उतारा था। तब सुभासपा अध्यक्ष ने सीट पर चुनाव लड़ने के इच्छुक प्रभावशाली लोगों को टिकट देने से न सिर्फ मना कर दिया था बल्कि खुद के खर्चे से महेंद्र को चुनाव लड़ाया था। गाड़ी से लेकर प्रचार तक पूरे चुनाव का प्रबंधन भी खुद ही संभाला था। उस समय तमाम लोग सुभासपा-भाजपा गठबंधन से चुनाव लड़ने के दावेदार भी थे। हालांकि चुनाव में उन्हें करीब छह हजार वोटों से मुख्तार अंसारी से हार का मुंह देखना पड़ा था। महेंद्र राजभर को चुुनाव लड़ाने से उनके अपने भी नाराज हो गए थे।
महेंद्र चौहान रतनपुरा मऊ के रहने वाले हैं। सुभासपा के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता अरुण राजभर का कहना है कि महेंद्र राजभर को गांव से उठाकर सुभासपा ने पहचान दिलाई। टिकट देकर चुनाव लड़ाया। हमनें कार्यकर्ता का सम्मान किया था। उस चुनाव में प्रचार करने के लिए खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आए थे।
पीएम मोदी ने कहा था कटप्पा
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सबसे भरोसेमंद, कद्दावर और संस्थापक नेताओं में शुमार तथा कार्यवाहक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष महेंद्र राजभर ने सोमवार को अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को सभी पदों से इस्तीफा सौंप दिया। यह वही महेंद्र राजभर हैं, जिन्होंने वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में मऊ सदर सीट से बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के खिलाफ भाजपा व सुभासपा गठबंधन की ओर से सुभासपा प्रत्याशी के रूप में ताल ठोका था। विधानसभा चुनाव के दौरान ही प्रचार में मऊ आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंच से महेंद्र को कट्प्पा कहकर संबाेधित किया था और यह भी कहा था कि कटप्पा ही बाहुबली को मारेगा।