जौनपुर में सीएम योगी के काफिले को काली पन्नी दिखाने का दोषी गिरफ्तार, 8 पुलिसकर्मी निलंबित
गाजीपुर न्यूज़ टीम, जौनपुर. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के काफिले को काली पन्नी दिखाने के आरोपित को पुलिस कर्मियों ने धर दबोचा। इसके साथ ही उसके एक सहयोगी को भी गिरफ्तार किया है। मेडिकल कालेज का निरीक्षण कर निकलते समय उनके काफिले के आगे पहुंचकर समाजवादी पार्टी के एक कार्यकर्ता ने काली पन्नी दिखाते हुए नारेबाजी की। पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी ने इसे गंभीरता से लेते हुए उक्त प्वाइंट पर सुरक्षा व्यवस्था में तैनात दो दारोगा व छह सिपाहियों को कर्तव्य पालन में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया है।
एएसपी (ग्रामीण) शैलेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में सब इंस्पेक्टर द्वय इंद्रजीत यादव, मनोज पांडेय और कांस्टेबल राजू चौहान, सूरज सोनकर, शेषनाथ चौहान, अभिषेक यादव, सुनील कुमार यादव व जयराम हैं। गिरफ्तार आरोपित बदलापुर के ढेमा निवासी सपा कार्यकर्ता आशीष यादव उर्फ मुलायम ने पूछताछ में बताया कि वह सिकरारा के शेरवां निवासी सर्वेश यादव उर्फ लल्ला के साथ आया था। दोनों मीडिया कवरेज के बहाने सड़क की दूसरी तरफ खड़े थे।
इसी दौरान काफिले के पास आते ही निकलकर काली पन्नी दिखा दी। पुलिस ने सर्वेश यादव उर्फ लल्ला को भी गिरफ्तार कर लिया। विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर आरोपितों का चालान कर दिया गया। पकड़ा गया आशीष यादव अखिलेश यादव जिंदाबाद, समाजवादी पार्टी जिंदाबाद के नारे लगाता रहा। उसका कहना था कि मेडिकल कालेज की आधारशिला तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रखी थी। निर्माण के लिए उनकी सरकार ने धन अवमुक्त किया था। इसका क्रेडिट मौजूदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ले रहे हैं। इस सरकार को झूठ का फीता काटना बंद कर देना चाहिए।