वाह क्या न्याय है! रेप पीड़िता ने किया था सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह, बलात्कारी हुआ इज्जतदार
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर/वाराणसी. बलात्कारी सांसद अतुल राय पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली पीड़िता व इस मामले में गवाह सत्यम प्रकाश राय ने सुप्रीम कोर्ट के सामने आत्मदाह कर लिया था। इस पूरे घटनाक्रम को फेसबुक पर लाइव किया था। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई थी।
मऊ के घोसी से बसपा सांसद अतुल राय पर दुराचार का आरोप लगाने वाली युवती के साथी की 21 अगस्त 2021 की सुबह मौत हो गई। पीड़िता और उसके साथी ने 16 अगस्त को वाराणसी पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाने के बाद आत्मदाह की कोशिश की थी। गंभीर हालत में दोनों को राममनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां युवती के साथी गाजीपुर निवासी सत्यम ने दम तोड़ दिया।
बसपा सांसद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली बलिया की युवती ने अपने गाजीपुर निवासी दोस्त सत्यम प्रकाश के साथ अगस्त 2021 में सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी। यहां गेट के बाहर सुरक्षाकर्मियों ने दस्तावेज नहीं होने पर उन्हें अंदर नहीं जाने दिया था। इसके बाद दोनों ने दिन में 11.30 बजे सुप्रीम कोर्ट के गेट के बाहर खुद को आग लगाकर आत्मदाह का प्रयास किया था। इसमें युवती 85 फीसद जबकि युवक 65 फीसद झुलस गया है। इससे पहले युवती ने फेसबुक लाइव करके बसपा सांसद, उनके भाई और उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। युवती ने कहा था कि सांसद की दबंगई, उनकी अकूत संपत्ति व राजनीतिक पहुंच के कारण उत्तर प्रदेश में सरकारी तंत्र से न्याय मिलने की उम्मीद खत्म हो गई है। इसलिए दोनों मौत को गले लगाने जा रहे हैं।
सांसद पर समर्थकों के जरिये धमकी का लगाती रही आरोप
पीड़िता और उसका साथी कई बार फेसबुक लाइव कर सांसद अतुल राय, उनके समर्थकों पर सोशल मीडिया व अन्य माध्यम से लगातार धमकी देने का आरोप लगाते रहे। बीते साल नवंबर और दिसंबर में दोनों ने कई बार वीडियो जारी कर खुद को मानसिक रूप से प्रताड़ित किये जाने का आरोप लगाया था और जान देने की धमकी दी थी। यहां तक लिखा कि वाराणसी पुलिस ने उनके फोन को ब्लाक कर दिया है और उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। दुराचार आरोप अतुल राय से मिलकर पुलिस वाले उसका उत्पीड़न कर रहे हैं।
लोकसभा चुनाव के दौरान शुरू हुआ मामला
पूरा मामला लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान शुरू हुआ। घोसी से बसपा के टिकट पर ताल ठोकने गाजीपुर के भावरकोल निवासी अतुल राय उतरे थे। चुनाव की तैयारी के दौरान ही पहली मई 2019 को युवती ने वाराणसी के लंका थाने में अतुल राय पर दुराचार का मुकदमा दर्ज कराया। केस दर्ज कराते ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ी और अतुल राय भूमिगत हो गये। चुनाव के दौरान अतुल राय गायब ही रहे। चुनाव जीतते ही आत्मसमर्पण किया और कोर्ट ने जेल भेज दिया। तभी से अतुल राय जेल में बंद हैं।